alt="" width="300" height="138" /> हाथियों द्वारा रौंदा गया फसल.[/caption] इसे भी पढ़ें : कुचाई">https://lagatar.in/seeing-wife-and-cousin-in-an-objectionable-position-in-kuchai-both-were-beaten-to-death-with-sticks/">कुचाई
में पत्नी और चचेरे भाई को आपत्तिजनक स्थिति में देख लाठी से पीट दोनों की कर दी हत्या बाना गांव के ही हीरालाल महतो व करमु महतो के धान व बीरी दाल के फसल को रौंद कर तहस-नहस कर दिया. इस संबंध में महिला ने बताया कि दो साल लॉकडाउन के कारण रोजगार सही से नहीं हो पा रहा है. इस साल धान की अच्छी खेती हुई, जिसे जंगली हाथियों के झुंड ने रौंद कर बर्बाद कर दिया. उन्होंने वन विभाग से अविलंब क्षतिग्रस्त फसल का मुआवजा देने की मांग की है. किसान मेथीसेन महतो ने कहा कि झुंड में करीब 26 जंगली हाथी हैं. रात में हाथियों के झुंड ने किसानों के खेत में लगे धान की फसल को बर्बाद कर दिया. ग्रामीण हाथियों का झुंड भगाने के लिए रात को ही खेत में पहुंच गए. वन विभाग क्षतिग्रस्त फसल का जायजा लेकर अविलंब किसानों को मुआवजा दे. [wpse_comments_template]
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