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तीन दिन में बनी थी साढ़े तीन किलोमीटर सड़क
[caption id="attachment_693172" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="400" /> सड़क पर बने गड्ढ़े.[/caption] स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि करीब साढ़े तीन किलोमीटर लंबी सड़क की मरम्मति का काम तीन दिनों में ही पूरा कर लिया गया था. बताया गया कि उक्त सड़क की मरम्मति करीब तीन करोड़ की लागत से किया गया है. सड़क की मरम्मति कार्य का शिलान्यास क्षेत्र के सांसद और विधायक ने दिसंबर 2022 में संयुक्त रूप से किया था. शिलान्यास के लंबे समय बाद सड़क की मरम्मति का काम प्रारंभ किया गया. सड़क पर बने गड्ढों को भरने के बाद सीधे सड़क का कालीकरण किया गया. अब कई स्थानों में सड़क दब गई है. ऐसे में बरसात होने पर सड़क फिर वही अपने पुराने रूप में आ जाएगी. ऐसे में ग्रामीण सड़क निर्माण में हुई अनियमितता की जांच करते हुए दसे दुरुस्त करवाने की मांग कर रहे हैं. इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-bjp-govindpur-mandal-workers-run-booth-wise-public-relations-campaign/">जमशेदपुर
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कहीं इसका कारण भारी वाहनों का परिचालन तो नहीं
[caption id="attachment_693173" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="400" /> सड़क पर बने गड्ढ़े.[/caption] ईचागढ़ प्रखंड के तमारी से खोखरों तक बने सड़क के दरकने का कारण कहीं भारी वाहनों का परिचालन तो नहीं है. ग्रामीण बताते हैं कि रात के अंधेरे में बालू ले जाने भारी वाहनों का परिचालन होता है. ग्रामीण कहते हैं कि भारी वाहन वैध रूप से बालू ले जाते हैं या अवैध रूप से इसकी उन्हें जानकारी नहीं है. वैसे यहां बालू के मामले में अबतक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है. ग्रामीणों को अंदेशा है कि हो सकता है कि उक्त सड़क पर क्षमता से अधिक भार वाले वाहनों को आवागमन होने के कारण सड़क दरकने लगी हो. पुलिस-प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों को इस मामले की जांच कर ग्रामीणों को सुगम सड़क देने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने की जरूरत है. [wpse_comments_template]
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