Chandil (Dilip Kumar) : रेल टेका व डहर छेंका आंदोलन के दौरान वार्ता के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद मंगलवार को आदिवासी कुड़मी समाज का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य के मुख्य सचिव के साथ मिला. वार्ता में सबसे पहले आंदोलनकारियों पर दर्ज मामले को वापस लेने पर चर्चा की गई. मुख्य सचिव ने इस संबंध में डीजीपी झारखंड से बात करने के बाद इसका हल निकालने की बात कही. वहीं कुड़मी जनजाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने पर मुख्य सचिव ने कहा कि मांग पत्र का अध्ययन करने के उपरांत इस विषय पर वे मुख्यमंत्री से विस्तृत चर्चा करेंगे. चर्चा के बाद ही इस पर कानून सम्मत या नियम सम्मत कार्यवाई की जाएगी. बैठक में टीआरआई निदेशक नरेंद्र कुमार भी शामिल थे.
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केंद्र से ही निकलेगा हल
मौके पर आदिवासी कुड़मी समाज के सरायकेला-खरसावां जिला प्रभारी प्रभात कुमार महतो ने कहा कि कुड़मी जनजाति संगठित रहे और आगे की रणनीति बनाने के लिए सभी एकजुट होकर आंदोलन की रुपरेखा तय करें. यह लड़ाई 73 वर्षों से चली आ रही है और अभी लंबी चलेगी. इसका सही हल केंद्र सरकार से ही निकलेगा. इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल द्बारा 480 पन्ना का ज्ञापन सौंपा गया. प्रतिनिधिमंडल में आदिवासी कुड़मी समाज के मूलखुंटी मुलमांता अजीत प्रसाद महतो, केंद्रीय सहसचिव जयराम महतो, प्रदेश अध्यक्ष पद्मलोचन महतो, जिला प्रभारी प्रभात कुमार महतो, केंद्रीय सदस्य जितेन महतो, अशोक पुनअरिआर, गुणधाम मुतरुआर, दीपक पुनअरिआर, महादेव डुंगरिआर, छोटेलाल महतो, संजीव महतो आदि शामिल थे.