Dilip Kumar
Chandil (Saraikela) : ईचागढ़ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के देवलटांड गांव में मतदान के दिन सामाजिक समरसता की मिसाल देखने को मिलती है. चुनाव के दौरान गांव के लोग चाहे किसी भी दल या उम्मीदवार का समर्थन कर रहे हों, मतदान के बाद सभी फिर से एकजुट हो जाते हैं. यहां एक अनोखा रिवाज चलता आ रहा है. मतदान के दिन मतदाताओं को गांव के युवा समिति द्वारा नाश्ता कराया जाता है.
कई वर्षों से चला आ रहा है यह रिवाज
मतदान केंद्र के बाहर लगे अस्थायी होटलों में नाश्ते का प्रबंध रहता है. मतदाता ने चाहे किसी भी उम्मीदवार को वोट दिया हो, चाहे किसी भी दल का समर्थक हो, सभी मतदान करने के बाद होटल में एकसाथ बैठकर नाश्ता करते हैं. राशि का भुगतान गांव की युवा समिति द्वारा किया जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव की एकता के लिए यह रिवाज बीते कई वर्षों से चला आ रहा है.
बूथ खर्च के लिए मिली राशि से होता भुगतान
चुनाव में मतदान के दिन बूथ खर्च के रूप में विभिन्न प्रत्याशी अपने कार्यकर्ताओं को कुछ राशि देते हैं. देवलटांड के युवा विभिन्न उम्मीदवारों से मिली राशि को एक जगह जमा करते हैं और उससे सभी मतदाताओं को नाश्ता कराते हैं. इससे जहां लोगों में मतदान करने को लेकर उत्साह रहता है वहीं लोगों के बीच आपसी एकता बनी रहती है. यहां चुनाव खत्म होने के साथ ही लोग अपने नेता व पार्टी को भूलकर आपसी सामंजस्य से काम करने लगते हैं.
गांव के लोग मतदान के प्रति सजग
ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के दौरान नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हैं. कई बार देखा जाता है कि आरोप लगाने वाले नेता ही कुछ दिनों में उसी पार्टी का दामन थाम लेते हैं. ऐसे में उनके कार्यकर्ता एक-दूसरे से मुंह दिखाने लायक नहीं रहते हैं. इसलिए देवलटांड में मतदान के बाद से ही राजनीति खत्म हो जाती है. गांव के लोग मतदान के प्रति सजग हैं. मतदान करने के लिए यहां अधिकांश लोग अपने घरों से बाहर निकलकर मतदान केंद्र तक पहुंचते हैं.
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