Dilip Kumar
Chandil : चांडिल वन क्षेत्र में हाथियों के मरने का सिलसिला थम नहीं रहा है. ताजा मामला नीमडीह प्रखंड के हेवेन गांव का है, जहां बुधवार सुबह एक मादा हाथी (हथिनी) मृत अवस्था में पाई गई. हाथिनी के शव के पास उसका छोटा बच्चा भी है. इससे पहले 5 जून को भी नीमडीह के आमड़ाबेड़ा फूटबॉल मैदान के पास एक नर हाथी की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी थी. एक बार फिर हाथी की मौत की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. ग्रामीणों और पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि वन विभाग न तो हाथियों की निगरानी कर पा रहा है, न ही उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो पा रही है.
ग्रामीणों ने सुनी थीं हाथिनी के चिल्लने की आवाजें
ग्रामीणों ने हथिनी और उसके बच्चे को हेवेन गांव के पास देखा था. वहीं मंगलवार की देर रात हथिनी अपने बच्चे के साथ गांव के निकट तक पहुंच गयी थी. ग्रामीणों के अनुसार, अहले सुबह करीब 3 बजे हथिनी की जोर-जोर से चिल्लाने की आवाजें सुनाई दीं. डर से सभी अपने-अपने घरों में दुबक गए. वहीं कुछ लोग छत पर चढ़कर गये थे. सुबह जब लोग बाहर निकले तो देखा कि हथिनी मृत अवस्था में पड़ी है और उसका बच्चा उससे लिपटा बिलख रहा है. ग्रामीणों ने तत्काल वन विभाग को सूचना दी और हथिनी की पूजा-पाठ भी शुरू कर दी.
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, जांच शुरू
घटना की जानकारी मिलते ही चांडिल वन क्षेत्र पदाधिकारी शशि रंजन अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की. वन प्रमंडल पदाधिकारी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मृत हथिनी की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच बताई जा रही है. हथिनी के मरने का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा. मृत हथिनी का पोस्टमार्टम करने के लिए पशु चिकित्सकों को बुलाया गया है.