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डैम पर पुलिस की थी कड़ी निगाह
चांडिल थाना की पुलिस मंगलवार सुबह से ही चांडिल डैम और आसपास के क्षेत्र में कड़ी निगाह रखी हुई थी. चांडिल थाना प्रभारी दिनेश ठाकुर स्वयं पुलिस बल के साथ गश्ती कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि विस्थापित गुरुचरण साव डैम परिसर पहुंच चुका है. सूचना मिलने के बाद उन्होंने डैम के चारों ओर उसकी तलाश में पुलिस के जवानों को लगा दिया. डैम के ऊपर किसी के भी जाने की मनाही थी. इसी क्रम में तकनीकी आधार पर उसे एक होटल से पकड़ लिया गया. थाना प्रभारी दिनेश ठाकुर ने बताया कि गुरुचरण साव पुराने मामले में भी वांछित था. उसे न्यायालय में पेश करने के बाद उसकी मेडिकल जांच करायी गयी. इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया. इसे भी पढ़ें : मनोहरपुर">https://lagatar.in/manoharpur-death-of-old-man-due-to-bee-bite/">मनोहरपुर: मधुमक्खियों के काटने से वृद्ध की मौत
वादा पूरा करे सरकार और प्रशासन
[caption id="attachment_736859" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="400" /> चांडिल डैम से गुरुचरण साव को गिरफ्तार कर ले जाती पुलिस.[/caption] गुरुचरण साव ने कहा कि चांडिल डैम के नाम पर अनुमंडल क्षेत्र के 116 गांव के लोगों का सब कुछ छीन लेने के बाद भी अपने वादे के अनुसार संपूर्ण पुनर्वास की सुविधा, नौकरी व मुआवजा राशि का भुगतान अब तक नहीं किया गया है. बावजूद इसके सरकार और परियोजना प्रशासन डैम में जल भंडारण कर विस्थापितों को बेघर कर रही है. डैम में 183 मीटर जल भंडारण करने से डूब क्षेत्र के 43 गांव जलमग्न हो जाएंगे. उन्होंने कहा था कि विस्थापितों को जबरन डुबाकर बेघर किए जाने के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करने के लिए वे चांडिल डैम के ऊपर से डैम में छलांग लगाएंगे. अगर इसमें उनकी जान चली जाती है तो इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. इसके लिए उन्होंने परियोजना प्रशासन को 48 घंटे का समय दिया था. [wpse_comments_template]
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