: उपायुक्त ने अनुमंडल अस्पताल के नव निर्मित भवन का लिया जायजा
क्या है फर्जी बताने का मतलब
दरअसल चुआड़ विद्रोह के महानायक शहीद रघुनाथ महतो की जन्मस्थली नीमडीह प्रखंड के घुटियाडीह में उनकी जयंती पर 21 मार्च को श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाने के लिए भूमिज समाज की ओर से चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र लिखा गया था. उस पत्र के आलोक में चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी ने नीमडीह के प्रखंड विकास पदाधिकारी व थाना प्रभारी को पत्र लिख कर नीमडीह अंतर्गत बुट पड़ासा घुटियाडीह में फर्जी वीर शहीद रघुनाथ महतो की जयंती के आयोजन पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है. अब अनुमंडल पदाधिकारी की चिट्ठी में शहीद रघुनाथ महतो को फर्जी बताने से समाज का एक वर्ग नाराज हो गया है. लोगों का कहना है कि जिस शहीद रघुनाथ महतो की जयंती पर सरकार श्रद्धांजलि अर्पित करती है. उन्हें अनुमंडल पदाधिकारी की चिट्ठी में फर्जी बताने का मतलब क्या है. इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-abhishek-agarwal-goldie-nominated-as-general-secretary-and-sunny-sanghi-treasurer/">जमशेदपुर: अभिषेक अग्रवाल ‘गोल्डी’ महामंत्री एवं सन्नी संघी कोषाध्य्क्ष मनोनीत
मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने भी दी है श्रद्धांजलि
alt="" width="454" height="687" /> स्वतंत्रता सेनानी शहीद रघुनाथ महतो की जयंती पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत कई मंत्रियों ने भी अपने ट्वीटर और फेसबुक के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की है. पक्ष-विपक्ष के नेता जब शहीद रघुनाथ महतो को जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं, ऐसे समय में सरकारी चिट्ठी में उन्हें फर्जी बताने का मामला पूरे क्षेत्र में फैलने लगी है. अनुमंडल पदाधिकारी के पत्र में फर्जी रघुनाथ महतो लिखने के बाद आदिवासी कुड़मी समाज के केंद्रीय प्रवक्ता हरमोहन महतो, कुड़मी सेना के केंद्रीय अध्यक्ष शैलेंद्र महतो, कुड़मी सेना के प्रदेश अध्यक्ष विशाल चंद्र महतो समेत कई लोगों ने तीव्र आक्रेाश व्यक्त किया है. [wpse_comments_template]