Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के मजदूर व अन्य कामगारों का पीएफ व ईएसआईसी की राशि कटौती करने के बाद भी स्थानीय स्तर पर उन्हें चिकित्सा सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है. इस पर इंटक ने दुख जताया है. ईएसआईसी के तहत चिकित्सा सुविधा लेने के लिए चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के हजारों लाभुकों को पहले गम्हरिया और उसके बाद आदित्यपुर जाना पड़ता है. चांडिल में ईएसआईसी का डिस्पेंसरी खुले इसके लिए इंटक की ओर से पहल की जाएगी. उक्त बातें इंटक के झारखंड प्रदेश संयुक्त महासचिव महेंद्र मिश्रा ने कहीं. वे बुधवार को चांडिल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
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चांडिल क्षेत्र में मजदूरों का हो रहा शोषण
प्रदेश इंटक के संयुक्त महासचिव ने कहा कि चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में श्रमिकों का शोषण किया जा रहा है. स्थानीय औद्योगिक प्रतिष्ठानों में मजदूरों को मिलने वाली सुविधाएं उन्हें नहीं दी जाती हैं. यहां तक की मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिलती है. औद्योगिक प्रतिष्ठानों में मजदूरों को सुरक्षा उपकरण के साथ पहचान पत्र तक नहीं दिया जाता है. क्षेत्र के कई औद्योगिक प्रतिष्ठान जमकर प्रदूषण फैलाते हैं. प्रदूषण फैलाने वाले औद्योगिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ इंटक आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि चांडिल क्षेत्र में इंटक के संगठन का विस्तार करने के साथ संगठन को मजबूत करने की मुहिम चलाई जा रही है. पूरे देश में पांच करोड़ इंटक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
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होटल में काम करने वालों का शोषण अधिक
महेंद्र मिश्रा ने कहा कि होटल उद्योग में काम करने वाले कामगारों का सबसे अधिक शोषण होता है. उनसे बंधुवा मजदूर की तरह काम लिया जाता है. अनुमंडल क्षेत्र के मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी मिले, सरकार की ओर से दिए जाने वाली सभी प्रकार का लाभ व सुविधाएं दिलाने, मजदूरों का शोषण बंद करने, प्रदूषण से छुटकारा दिलाने की दिशा में इंटक अब लगातर काम करेगी. संवाददाता सम्मेलन में इंटक के जिलाध्यक्ष केपी तिवारी, प्रदेश महिला संगठन सचिव शशि आचार्य, कोल्हान प्रभारी राजा सिंह, जिला उपाध्यक्ष मनमन सिंह, गुरुचरण कर्मकार, मोहसीन खान, राजू चौधरी, सदाम हुसैन समेत कई लोग शामिल थे.