Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में बांहुड़ा रथयात्रा हर्षाेल्लास के साथ पारंपरिक रूप से संपन्न हुआ. शनिवार को महाप्रभु जगन्नाथ बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्र के साथ मौसीबाड़ी से श्रीमंदिर लौट आएं हैं. भजन कीर्तन और सिंह बाजा की धून पर नाचते-गाते श्रद्धालुओं ने रथ खींचकर महाप्रभु को मौसीबाड़ी से श्रीमंदिर पहुंचाया. इस दौरान लोग अपने आराध्य के दर्शन पूजन और रथ खींचने के लिए आतुर दिखे. चारों और उल्लास का माहौल था. लोग जय जगन्नाथ के जयकारे लगा रहे थे.
इसे भी पढ़ें : किरीबुरु : एस्पायर संस्था ने 156 बच्चों का स्थानीय स्कूल में कराया नामांकन
तीनों विग्रहों को उनके सिंहासन पर कराया गया विराजमान
श्रद्धालुओं ने जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती के नेतृत्व में चांडिल स्टेशन स्थित मौसीबाड़ी से महाप्रभु जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को तीन अलग-अलग रथों पर सवार कर श्रीमंदिर पहुंचाया. चांडिल स्थित श्री साधु बांध मठिया, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा नागा सन्यासी आश्रम पहुंचने के बाद तीनों विग्रहों को उनके सिंहासन पर विराजमान कराया गया और आरती की गई. इसके बाद श्री साधु बांध मठिया मठ में तीनों ग्रहों की महाआरती एवं वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ पूजा अर्चना किया गया. इस अवसर पर आश्रम में श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद का वितरण किया गया.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : ट्रांसपोर्टर्स के बच्चों की शिक्षा में मदद करेगा ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन
यह गणमान्य लोग हुए शामिल
घुरती रथ यात्रा में ईचागढ़ के विधायक सविता महतो, आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव हरे लाल महतो, स्थानीय समाजसेवी हिकिम चंद्र महतो, मधुसूदन गोराई, प्रबोध उरांव, दीपु जयसवाल, पप्पु वर्मा समेत चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के कई गणमान्य शामिल हुए. चांडिल के अलावा शनिवार को अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में घुरती रथ का त्योहार पारंपरिक रूप से हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर रघुनाथपुर, तिरूलडीह, ईचागढ़, मिरूडीह, चावलीबासा, देवलटांड समेत अन्य स्थानों में आकर्षक रूप से बनाए गए रथ पर महाप्रभु जगन्नाथ बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को मौसीबाड़ी से श्रीमंदिर तक पहुंचाने की परंपरा निभाई गई.
Leave a Reply