Chandil (Dilip Kumar) : रांची के सांसद संजय सेठ ने चांडिल गोलचक्कर से बंगाल सीमा तक राष्ट्रीय राजमार्ग 32 की मरम्मत के लिए पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखा
है. सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार साव के साथ डीआरयूसीसी मेंबर दिवाकर सिंह और नितेश तिवारी ने सांसद का पत्र पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव को
सौंपा. इस संबंध में दिवाकर सिंह ने बताया कि एनएच 32 की स्थिति चांडिल गोलचक्कर से नीमडीह प्रखंड के
जामडीह तक खस्ताहाल
है. सड़क पर बने छोटे-बड़े गड्ढों के कारण आए दिन
सड़क जाम की स्थिति बनी रहती
है. बारिश होने पर
कीचड़ और धूप खिलने पर
सड़क पर
उड़ने वाली धूल से राहगीर परेशान रहते
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सड़क के उक्त हिस्से पर नई बाईपास
सड़क का निर्माण कार्य चल रहा
है. नई बाईपास
सड़क का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद से ही पुराने
सड़क पर विभाग ध्यान नहीं दे रही है, जिसके कारण
सड़क की हालत दिन पर दिन खस्ताहाल होती जा रही
है. फिलहाल इसी खस्ताहाल
सड़क पर वाहनों का आवागमन हो रहा
है. दिवाकर सिंह ने बताया कि बीते दिनों
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर
सड़क का निरीक्षण करने पहुंचे
थे. उस दौरान उन्होंने बताया कि
एनएचएआई और पथ निर्माण विभाग संयुक्त निरीक्षण कर
सड़क की मरम्मति के लिए डीपीआर तैयार
करवाएगी. इसके बाद
एनएचएआई सड़क का मरम्मत करवाकर पथ निर्माण विभाग को सौंप
देगी. प्रधान सचिव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य अभियंता को इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश
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वहीं दूसरी ओर चांडिल में निर्माणाधीन अंडरपास से
पितकी रेलवे फाटक तक लगभग चार किलोमीटर प्रस्तावित
सड़क का निर्माण कराने के लिए भी प्रधान सचिव को पत्र सौंपा
गया. पत्र में सांसद ने कहा है कि निर्माणाधीन अंडरपास से
पितकी रेलवे फाटक तक लगभग चार किलोमीटर बाईपास
सड़क का निर्माण जनहित में अतिआवश्यक
है. पथ निर्माण विभाग द्वारा 2019 में इस
सड़क का डीपीआर तैयार किया गया था एवं तकनीकी स्वीकृति भी हो चुकी
थी. सांसद ने बताया कि इस परियोजना के निर्माण में देरी होने पर उन्होंने केंद्रीय मंत्री
नीतिन गडकरी से
सीआरआईएफ योजना के अंतर्गत इस
सड़क के निर्माण के लिए आग्रह किया
था. केंद्रीय मंत्री ने
सीआरआईएफ योजना के तहत राज्य की
सड़कों के विकास के लिए परियोजनाओं की सूची प्रस्तुत करने को कहा
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