- धधकते अंगारों पर नंगे पांव चल कर लोगों ने दिखाई हठ भक्ति
Chandil (Dilip Kumar) : सांपों की देवी मां मनसा की पूजा के दौरान एक से बढ़कर एक कारनामे दिखाए जाते हैं. जांत व झापान के अलावा देवी मनसा की पूजा में कई प्रकार के अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है. चांडिल प्रखंड के दालग्राम में मां मनसा पूजा पर वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार निया माड़ा का आयोजन किया गया. निया माड़ा में भक्त व्रत रखकर जलते आग के अंगारों पर नंगे पांव चले. मनसा देवी से मांगी गयी मन्नतें पूरी होने की खुशी में ये परंपरा निभाई जाती रही है. ढोल व नगाड़े की थाप पर आग के जलते शोलों पर चलने वालों में महिला, बुजुर्ग समेत हर वर्ग के लोग शामिल हुए. सभी भक्तों ने अपनी आराध्य देवी मां मनसा से किया वादा पूरा किया. ये एक प्रकार की हठ भक्ति है. भक्त इसे भगवान की महिमा मानते हैं. भक्तों का कहना है कि आग में चलने के बावजूद किसी भक्त को साधारण सेप्टिक भी नहीं हुई. न ही कभी उनके पैर में छाले पड़े. दालग्राम में हठ भक्ति के इस दृश्य को देखने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे.
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विधि-विधान से हुई पूजा-अर्चना
वहीं शनिवार की सुबह से देर रात तक मां मनसा की पूजा-अर्चना विधि-विधान के साथ की गई. पूजा-अर्चना के बाद लोगों ने बकरा, बत्तख, मुर्गा आदि की बलि दी और देवी से मन्नतें मांगी. वहीं रविवार सभी ने अपने-अपने घरों में देवी का प्रसाद ग्रहण किया. ईचागढ़ प्रखंड के आतारग्राम में मां मनसा की पूजा के अवसर पर मेला सा नजारा था. गांव में छह से सात की संख्या में देवी की विशाल व आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गई थी. चारों ओर उत्साह का वातावरण था. वैसे चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के अमूमन हर गांव में सांपों की देवी मां मनसा की पूजा-अर्चना की जाती है.
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