: भाजपाइयों ने चलाया जनसंपर्क अभियान
आदिवासियों के गले का फंदा है यूसीसी
[caption id="attachment_684616" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="400" /> बाइक रैली में शामिल लोग.[/caption] बाइक रैली के दौरान शक्ति प्रदर्शन करने के बाद गौरांगकोचा में संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन का एक जनसभा हुई. मौके पर संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन चांडिल अनुमंडल के प्रवक्ता सुधीर किस्कू ने कहा कि समान नागरिक संहिता कानून आदिवासी समाज के लिए गले का फंदा है. यह कानून लागू होने से आदिवासी समाज की पहचान और अस्तित्व ही मीट जाएगी. आदिवासी समाज की मूल पहचान ही खत्म हो जाएगी. आदिवासी समाज की कास्टोमरी लॉ खत्म हो जाएगी. किस्कू ने कहा कि आदिवासी समाज अपने अस्तित्व को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे. इसके विरोध में संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन चांडिल अनुमंडल गांव-गांव में जनजागरुकता अभियान चलाएगी. इसे भी पढ़ें : डुमरिया">https://lagatar.in/dumaria-bjp-started-public-relations-campaign/">डुमरिया
: भाजपा ने चलाया जनसंपर्क अभियान
खत्म हो जाएगा आरक्षण
संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन के मानिक सिंह सरदार ने कहा कि आदिवासी समाज अपने हक, अधिकार, पहचान व इतिहास को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है. किसी भी कीमत पर हम अपना इतिहास, अधिकार, पहचान को मिटने नहीं देंगे. उन्होंने आगे कहा कि समान नागरिक संहिता कानून आदिवासी समाज के लिए एक काला कानून है. इस कानून से आदिवासी समाज के लिए बने विशेष कानून सीएनटी/एसपीटी एक्ट, पेसा एक्ट, पांचवीं अनुसूची और छठी अनुसूची खत्म हो जाएगी. आदिवासी समाज का आरक्षण खत्म हो जाएगा. इस काले कानून को किसी भी परिस्थिति में लागू नहीं होने दिया जाएगा. जनसभा में सभी वक्ताओं ने समान नागरिक संहिता कानून का कड़ा विरोध किया. इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-tata-steel-uisl-and-jnac-got-the-drains-cleaned/">जमशेदपुर: टाटा स्टील यूआइएसएल व जेएनएसी ने कराई नालों की सफाई
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