Search

Chandil: नहाय खाय के साथ सूर्योपासना का महापर्व शुरू, आराधना में लीन हुए व्रती

Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र सूर्योपासना का महापर्व छठ के उल्लास में लीन हो गया है. मंगलवार को नहाय खाय के साथ महापर्व का शुभारंभ हो गया है. व्रतियों ने भात के साथ चने की दाल और लौकी की सब्जी ग्रहण की. व्रतियों के प्रसाद ग्रहण करने के बाद अन्य श्रद्धालुओं ने भी नहाय खाय का प्रसाद ग्रहण किया.

आठ नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया जाएगा

महापर्व में बुधवार को खरना, सात नवंबर संध्या कालीन और आठ नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया जाएगा. मान्यता के अनुसार अस्त होते सूर्य को अर्घ्य अर्पण करना जीवन की कठिनाइयों को दूर करने का प्रतीक है. वहीं उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण कर व्रति अपनी संतान और पूरे परिवार की समृद्धि की कामना करते हैं. इसके बाद व्रती पारण करेंगे. छठ महापर्व सूर्य देव को समर्पित है. इस दौरान श्रद्धालु अपने प्रियजनों की सुख, समृद्धि और लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करते हैं. छठ पूजा के शुभ अवसर पर सूर्य देव और उनकी पत्नी उषा, प्रत्युषा की विधिपूर्वक उपासना करने का विधान है.

सिग्मा सिटी क्लब ने किया बामनी घाट की सफाई

छठ पर्व को लेकर चांडिल के निकट बामनी नदी घाट की साफ-सफाई सिग्मा सिटी क्लब ने कराई. बामनी घाट की साफ-सफाई प्रतिवर्ष सिग्मा सिटी क्लब की ओर से कराई जाती है. यहां व्रतियों के आने-जाने वाली सड़क की मरम्मत करने के अलावा व्रतियों के कपड़े बदलने के लिए घेराबंदी और अस्थायी शौचालय की व्यवस्था कराई जाती है. क्लब की ओर से व्रतियों के लिए यहां कच्च दूध, दतुवन, अगरबत्ती समेत जरूरत के सामग्री का वितरण भी किया जाता है. वहीं पूरे रास्ते को आकर्षक रूप से सजाया जाता है. इसे भी पढ़ें : पत्थरबाज">https://lagatar.in/stone-pelters-have-gone-on-the-journey-of-ram-naam-satya-hai-yogi/">पत्थरबाज

राम नाम सत्य है की यात्रा में जा चुके हैं : योगी
[wpse_comments_template]

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp