: उपेक्षा का दंश झेल रही है पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली सड़क
विस्थापितों ने ली राहत की सांस
डैम का जलस्तर घटने के साथ ही चांडिल डैम के किनारे डुब क्षेत्र में स्थित गांवों के विस्थापितों ने राहत की सांस ली है. डैम का जलस्तर बढ़ने के साथ ही ईचागढ़ समेत दर्जनों गांवों मेें पानी घुस गया था. लगातार बारिश होने पर स्थिति भयावह हो सकती थी. बारिश के थमने और रेडियल गेटों को खोले जाने के बाद जलस्तर घटा, जिससे विस्थापित परिवारों को राहत मिली. विस्थापितों ने कहा कि डुब क्षेत्र के गांवों में घुसे डैम का पानी निकलने के बाद चारों ओर गंदगी फैली है. वैसे स्थानों में सफाई के साथ ब्लीचिंग आदि का छिड़काव आवश्यक है. ऐसा नहीं होने पर बीमारी फैलने की आशंका बनी रहेगी. लोगों ने कहा कि विकट स्थिति पैदा नहीं हो इसके लिए सुवर्णरेखा परियोजना प्रशासन को पहले से ही डैम का जलस्तर घटाकर रखना चाहिए. इसे भी पढ़ें :किरीबुरू">https://lagatar.in/kiriburu-a-young-man-riding-a-bike-was-injured-in-a-road-accident-condition-critical/">किरीबुरू: सड़क दुर्घटना में बाइक सवार एक युवक घायल, हालत गंभीर [wpse_comments_template
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