गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार देने पर ध्यान देना चाहिए
उन्होंने बताया कि गर्भाधान के दौरान गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार देने पर ध्यान देना चाहिए. जिससे भ्रूणावस्था में शिशु का समुचित शारीरिक विकास हो सके. जन्म के बाद वह कुछ विशिष्ट परिवर्तनों की ओर संकेत करता है. बाल विकास का यह क्रम वातावरण से प्रभावित होता है. जैसे शिशु को जन्म से छह माह आयु तक मां का दूध ही आहार के रूप में देना चाहिए. छह माह से तीन साल आयु तक जल्दी पचने वाला बाहरी आहार देना चाहिए.यह थे उपस्थित
इस अवसर पर आंगनवाड़ी कर्मी, मानसी प्रोजेक्ट के ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर लक्ष्मी महतो, मानसी मित्र जयश्री महतो, अनुपा महतो, चिंतामणि सोरेन, संदीप कुमार मंडल व संजय मार्डी आदि उपस्थित थे. इसे भी पढ़ें : शाम">https://lagatar.in/evening-news-diary-31-dec/">शामकी न्यूज डायरी।।31 DEC।।चंद्रबाबू नायडू सबसे अमीर CM, हेमंत सोरेन टॉप 10 में।।2024 में इन दिग्गजों ने छोड़ा साथ।।झारखंड पुलिस ने साल भर की उपलब्धियां गिनवायी।।झारखंड की प्रतियोगिता परीक्षाओं ने सदन से सड़क तक बटोरी सुर्खियां।।सरकार ने जारी नहीं की JPSC-JSSC कैलैंडर : बाबूलाल।।सीएम हेमंत के लुक में सुर्खियां बटोर रहा ये शख्स।।3 IAS-IPS रिटायर।।नहीं रहे BJP के वरिष्ठ नेता गुरविंदर सेठी।।BPSC विवाद : कांग्रेस-लेफ्ट का राजभवन मार्च, पुलिस से कहासुनी।।केजरीवाल ने पुजारी ग्रंथी योजना लॉन्च की।। समेत अन्य खबरें।। [wpse_comments_template]