Chandil (Dilip Kumar) : जिला परिषद उपाध्यक्ष मधुश्री महतो ने बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नीमडीह का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध संसाधन और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली. उन्होंने मौके पर इलाज कराने पहुंचे लोगों से भी बात की और परेशानी जानने की कोशिश की. मौके पर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. केसी मुंडा ने जिला परिषद उपाध्यक्ष को स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध सेवाओं की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने जिप उपाध्यक्ष को प्रसूति गृह, कुपोषण उपचार केंद्र समेत उपलब्ध अन्य चिकित्सा सुविधा संबंधी जानकारी दी.
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सात माह से नहीं मिला मानदेय
निरीक्षण के दौरान 2008 से प्रसूति गृह में दाई के रूप में कार्यरत चंचला मछुआ ने जिप उपाध्यक्ष को बताया कि सात माह से उन्हें मानदेय भुगतान नहीं मिला है. अस्पताल की ओर से उन्हें सेवा मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है. जिप उपाध्यक्ष ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से कहा कि बिना दाई के गर्भवती महिलाओं की प्रसूति में काफी मुश्किल होगी. इसलिए दाई को बहाल रखने का हर हाल में प्रयास किया जाय. उन्होंने कहा कि दाई को बहाल रखने के लिए वे सिविल सर्जन से भी बात करेंगी. मौके पर दाई चंचला मछुआ व शंकरी देवी ने सेवा बहाल रखने के लिए जिप उपाध्यक्ष को आवेदन दिया.
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दिया गया है आवेदन
इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि दो दाई को अस्पताल प्रबंधन समिति द्वारा नियुक्त किया गया था. वर्तमान में सरकार द्वारा अस्पताल प्रबंधन समिति को निष्क्रिय कर दिया गया है. इसलिए दाई की सेवा आउटसोर्सिंग के माध्यम से बहाल रखने के लिए सिविल सर्जन को लिखित आवेदन दिया गया है. मौके पर उपस्थित झारखंड आंदोलनकारी सह जिप उपाध्यक्ष प्रतिनिधि सुनील कुमार महतो ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नीमडीह में नीमडीह के अलावा कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र के गर्भवती महिलाओं का प्रसूति किया जाता है इसलिए दाई का रहना अति आवश्यक है.