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चंद्रयान-3 : लैंडर विक्रम ने इसरो को मैसेज भेजा, मैं मंजिल पर पहुंच चुका हूं... रोवर प्रज्ञान लैंडर बाहर आया

SriHarikota : चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद विक्रम लैंडर सफलतापूर्वक काम करने लगा है. रोवर प्रज्ञान लैंडर विक्रम से अलग हो गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विक्रम लैंडर से रोवर प्रज्ञान के सफलता पूर्वक बाहर आने के लिए इसरो की टीम को बधाई दी.                   नेशनल">https://lagatar.in/category/desh-videsh/">नेशनल

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चांद के साउथ पोल पर पहुंचनेवाला भारत पहला देश है

उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने पोस्ट में कहा, मैं विक्रम लैंडर से रोवर प्रज्ञान के सफलता पूर्वक बाहर आने पर एक बार फिर इसरो की टीम और देशवासियों को बधाई देती हूं. विक्रम की लैंडिंग के कुछ घंटों बाद इसका बाहर आना चंद्रयान 3 के एक और चरण की सफलता को दर्शाता है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से जुड़े सूत्रों ने आज गुरुवार को बताया कि रोवर प्रज्ञान लैंडर विक्रम से बाहर निकल आया है और यह अब यह चंद्रमा की सतह पर घूमेगा. जान लें कि चांद के साउथ पोल पर पहुंचनेवाला भारत पहला देश है.

विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की लेटेस्ट और पहली तस्वीर भेजी  

विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की लेटेस्ट और पहली तस्वीर भेजी है. कल 23 अगस्त को शाम 6 बज कर 04 मिनट पर चंद्रयान-3 ने चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की. विक्रम लैंडर ने चंद्रमा से जो पहली तस्वीर भेजी है, वह शानदार तस्वीर है. विक्रम लैंडर ने इसरो के वैज्ञानिकों को मैसेज भी भेजा है. लैंडिंग के बाद विक्रम ने इसरो को पहला मैसेज भेजा. मैसेज में उसने कहा कि मैं मंजिल पर पहुंच चुका हूं और आप भी.

भारतीय दूतावासों पर मिठाइयां बांटी गयी

इस मैसेज के बाद इसरो के वैज्ञानिक खुशी से झूम उठे. शाम 6 बजकर 4 मिनट के बाद से पूरे देश में जश्न मनना शुरू हो गया. विदेशों में भारतीय दूतावासों पर मिठाइयां बांटी गयी. अब तक का यही रिकॉर्ड रहा था कि चंद्रमा के साउथ पोल तक कोई नहीं पहुंच पाया था. बता दें कि चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम महान वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है. विक्रम साराभाई भारतीय स्पेस प्रोग्राम के जनक माने जाते हैं. [wpse_comments_template]

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