बता दें कि आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से 14 जुलाई दोपहर 2.35 बजे चंद्रयान-3 ने अंतरिक्ष में उड़ान भरी. यह भारत का तीसरा मून मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) है. अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से एलवीएम3-एम4 रॉकेट धुएं का घना गुबार छोड़ते हुए शानदार ढंग से आकाश की ओर रवाना हुआ था. प्रक्षेपण के सोलह मिनट बाद प्रक्षेपण माड्यूल रॉकेट से अलग हो गया. [wpse_comments_template]Chandrayaan-3 Mission: Chandrayaan-3 completes its orbits around the Earth and heads towards the Moon. A successful perigee-firing performed at ISTRAC, ISRO has injected the spacecraft into the translunar orbit. Next stop: the Moon 🌖 As it arrives at the moon, the… pic.twitter.com/myofWitqdi
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— ISRO (@isro) July">https://twitter.com/isro/status/1686089881875775488?ref_src=twsrc%5Etfw">July
31, 2023
चंद्रयान-3 पृथ्वी की कक्षा से निकलकर चंद्रमा की तरफ रवाना, पांच अगस्त को पहुंचेगा

Bangalore : आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को लॉन्च चंद्रयान-3 पृथ्वी के आसपास अपनी कक्षाओं का चक्कर पूरा करने के बाद अब चंद्रमा की तरफ बढ़ गया है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज मंगलवार को चंद्रयान-3 को पृथ्वी की कक्षा से ऊपर उठाकर ट्रांसलूनर कक्षा में प्रवेश कराया. पांच अगस्त को यह चंद्रमा में पहुंचेगा. इसके बाद लूनर-ऑर्बिट इंसर्शन (चंद्र-कक्षा अंतर्वेश) की योजना है. 16 अगस्त तक अंतरिक्षयान चांद की कक्षा में चक्कर लगायेगा. 17 अगस्त को चंद्रमा की सतह से 100 किलोमीटर ऊपर प्रोपल्शन मॉड्यूल से लैंडर अलग होगा. फिर 23 अगस्त को शाम चंद्रयान-3 चांद की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कराने की कोशिश करेगा. इसरो ने इस बात की जानकारी दी.
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