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शहला रशीद का हृदय परिवर्तन, जम्मू-कश्मीर पर पीएम मोदी की नीतियों की तारीफ की, कहा, मानवाधिकार रिकॉर्ड लगातार सुधर रहे हैं

Jammu/Kashmir : जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शहला रशीद का हृदय परिवर्तन हो गया है. पीएम मोदी का कट्टर विरोधी माने जाने वाली शहला जम्मू-कश्मीर के बदले हालात को लेकर पीएम मोदी की तारीफ करती नजर आ रही है. जब जम्मू-कश्मीर से Article 370 हटाया गया था तो शहला रशीद ने इसके खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज कराया था. शहला ने सेना पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि सेना लोगों के घरों में घुस रही है, लोगों को उठा रही है, मारपीट कर रही है. सेना ने शहला के इन आरोपों को बेबुनियाद करार दिया था. शहला के ट्वीट पर उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने फर्जी खबरें फैलाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था शहला पर राजद्रोह का केस दर्ज किया गया था. ">https://lagatar.in/category/desh-videsh/">

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5 अगस्त 2019 को जब Article 370 निरस्त किया गया था

जान लें  कि 5 अगस्त 2019 को जब Article 370 निरस्त किया गया था, उससे कुछ साल पहले जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ़्ती ने कहा था कि अगर यहां से इस Article 370 को हटाने का प्रयास होगा तो यहां तिरंगा को कंधा देने वाला भी नहीं बचेगा. लेकिन अर्टिकल 370 हट भी गया और तिरंगा भी शान से फहरा रहा है. धारा 370 के निरस्त हुए चार साल बीत गये हैं. कश्मीर की स्थिति के साथ-साथ शहला रशीद के विचारों में बड़ा बदलाव आने की बात कही जा रही है. शहला ने 15 अगस्त को ट्वीट किया कि कश्मीर में मानवाधिकार रिकॉर्ड लगातार सुधर रहे हैं.

370 हटाने को  चुनौती देने वाली याचिका  सु्प्रीम कोर्ट से  ली वापस

शहला रशीद ने जम्मू-कश्मीर के आईएएस शाह फैसल के साथ सुप्रीम कोर्ट में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के फैसले को चुनौती दी थी. लेकिन जुलाई 20023 में आईएएस अधिकारी शाह फैसल और एक्टिविस्ट शहला राशिद ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिकाएं वापस ले ली थी

कश्मीर की नयी पीढ़ी को संघर्ष के माहौल में बड़ा नहीं होना पड़ेगा

उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने एक ही कोशिश में कश्मीरियों की पहचान के संकट को खत्म कर दिया है. शहला ने ऊर्जा और प्रदूषण जैसे मुद्दों पर प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों की तारीफ करते हुए कहा कि अब कश्मीर की नयी पीढ़ी को संघर्ष के माहौल में बड़ा नहीं होना पड़ेगा. जान लें कि स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पूर्व 14 अगस्त को भी शहला ने कश्मीर के मौजूदा हालात के संदर्भ में केंद्र (मोदी)सरकार की तारीफ की थी. उन्होंने एक्स पर लिखा, वर्तमान सरकार एक झटके में कश्मीरियों के लिए दशकों से चले आ रहे पहचान के संकट को खत्म करने में कामयाब रही है. क्या यह आर्टिकल 370 को खत्म करने का सकारात्मक नतीजा है? शायद अगली पीढ़ी संघर्ष भरे आईडेंटिटी के साथ बड़ी नहीं होगी. शायद अब और खून-खराबा नहीं होगा. [wpse_comments_template]

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