JPSC नियुक्ति घोटाला : CBI की चार्जशीट पर कोर्ट का संज्ञान, 72 के विरुद्ध समन जारी करने का आदेश
झारखंड-बिहार बॉर्डर पर माओवादियों को कर रहा था मजबूत
प्रमोद मिश्रा मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद जिले के रफीगंज थाना क्षेत्र के कासमा गांव का रहने वाला है. उसका लंबे समय तक सारंडा में कार्यक्षेत्र रहा है. गिरफ्तारी से पहले वह झारखंड-बिहार सीमा पर छकरबंधा में माओवादियों को मजबूत करने में जुटा था. प्रमोद मिश्रा को नक्सली संगठन में वर्ष 2004 में केंद्रीय समिति सदस्य के रूप में शामिल किया गया था. वर्ष 2007 में पोलित ब्यूरो सदस्य बनाया गया था. वह 11 मई 2008 को धनबाद जिले के विनोद नगर से गिरफ्तार हुआ था. उसे न्यायालय ने सबूत के अभाव में वर्ष 2017 में रिहा कर दिया था. इसके बाद से ही वह क्षेत्र में फिर सक्रिय हो गया था. उस पर पुलिस पर हमले व कई नरसंहार का मास्टरमाइंड माना जाता है. इसे भी पढ़ें - ">https://lagatar.in/exclusive-cid-report-in-the-fight-for-control-of-koyalanchal-gangster-aman-singh-was-killed-in-jail-by-his-partner/">EXCLUSIVE : सीआईडी की रिपोर्ट, कोयलांचल पर कब्जे की लड़ाई में गैंगस्टर अमन सिंह की जेल में हत्या उसके साथी ने करा दी [wpse_comments_template]
Leave a Comment