Chatra: सुपरविजन में आरोप सही नहीं पाने के बाद भी अनुसंधानकर्ता ने चार्जशीट दाखिल कर दिया. यह मामला जिले के मयूरहंड थाना का है. इस मामले में इटखोरी थाना क्षेत्र के परसौनी गांव के रहने वाले बेलभद्र सिंह ने बताया, मेरा पुत्र संत कुमार सिंह मयूरहंड थाना में दर्ज कांड संख्या 36/22 का एक अभियुक्त है, जो पिछले 2 महीने से जेल में बंद है, उसकी जमानत अर्जी सिविल कोर्ट के जज के द्वारा अस्वीकार कर दिया गया है.
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डीएसपी और इंस्पेक्टर के सुपरविजन रिपोर्ट को अनुसंधानकर्ता ने छिपाया
बेलभद्र सिंह ने बताया कि चतरा जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा जमानत अर्जी की सुनवाई के दौरान अनुसंधानकर्ता अनिरुद्ध सिंह से पुलिस डायरी की मांग की थी. जिसमें अनुसंधानकर्ता द्वारा डायरी प्रस्तुत भी किया गया. उस डायरी को देखने से पता चला कि अनुसंधानकर्ता ने डीएसपी और सर्किल इंस्पेक्टर इटखोरी के जांच रिपोर्ट को अपनी रिपोर्ट में छिपा लिया है. जबकि अनुसंधान के दौरान डीएसपी और इंस्पेक्टर में संत कुमार सिंह को इस कांड में संलिप्त नहीं पाए थे. इसके बावजूद भी अनुसंधानकर्ता अनिरुद्ध सिंह मेरे पुत्र को संलिप्त पाए.
अनुसंधानकर्ता में मेरे पुत्र को किया फंसाने का काम
बेलभद्र सिंह ने बताया कि अनुसंधानकर्ता अनिरुद्ध सिंह नियम के विरुद्ध कार्य करके हमारे पुत्र को फंसाने का काम किया है. इस मामले की जांच होने की आवश्यकता है, जिससे हमारे पुत्र को न्याय मिल सके. बेलभद्र सिंह ने बताया कि इस मामले की शिकायत को लेकर एसपी पास भी गए थे, लेकिन उन्होंने शिकायत नहीं लिया.
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