ऐसे हुआ मामले का खुलासा
जानकारी के मुताबिक, बैंक के काम में ग्राहकों को परेशानी का सामना न करना पड़े, इसलिए शाखा प्रबंधक का आइडी और पासवर्ड कैशियर के पास भी था. आरोप है कि कैशियर ने उसी का फायदा उठाकर रुपयों को अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया. करीब पंद्रह दिनों के बाद अचानक जब शाखा प्रबंधक ने राशि का मिलान किया, तो घोटाला पकड़ा गया. जिसके बाद उन्होंने पूरे मामले की जानकारी जोनल ऑफिस को दी. इसके बाद कैशियर समेत तीन कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. इसे भी पढ़ें – चतरा">https://lagatar.in/chatra-bjp-leader-was-attacked-by-criminals-referred-to-rims/">चतरा: बीजेपी नेता पर अपराधियों ने किया जानलेवा हमला, रिम्स रेफर [wpse_comments_template]
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