Chatra : टंडवा थाना क्षेत्र के सेरेनदाग गांव में बुधवार सुबह तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने सड़क पार कर स्कूल जा रही दो छात्राओं को कुचल दिया. इस हादसे में दोनों छात्राएं बुरी तरह से घायल हो गयीं. स्थानीय लोगों की मदद से दोनों काे प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र टंडवा में भर्ती कराया गया. यहां प्राथमिक उपचार करने के बाद डॉक्टरों ने हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया.
हजारीबाग ले जाने के क्रम में बीच रास्ते में ही एक छात्रा ने दम तोड़ दिया. वहीं दूसरी छात्रा की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे रांची के रिम्स रेफर कर दिया. लेकिन रांची ले जाने के दौरान रामगढ़ के पास उसकी मौत हो गयी. मृतक छात्राओं की पहचान सेरेनदाग गांव निवासी प्रमोद गुप्ता की पुत्री कीर्ति कुमारी (11) और केशव साव की पुत्री उमा कुमारी (12) के रूप में हुई है. दोनों छात्राएं उत्क्रमित हाई स्कूल सेरेनदाग में पांचवी कक्षा में पढ़ती थीं.
आक्रोशितों ने सिमरिया-टंडवा मुख्य सड़क जाम किया
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सिमरिया-टंडवा मुख्य सड़क मार्ग को जाम दिया गया, जिससे कोयला परिवहन पूरी तरह ठप पड़ गया. जानकारी के मुताबिक, स्कॉपियो पर पांच शिक्षक सवार थे, जो चुनाव ट्रेनिंग में चतरा जा रहे थे. इसी दौरान सेरेनदाग गांव के पास कोयला लदे वाहन को ओवरटेक करने के चक्कर में सड़क पार कर रही दोनों बच्चियाें काे स्कॉर्पियो ने अपनी चपेट में ले लिया. हादसे के बाद ग्रामीणों ने सकॉपियों चालक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.
नो इंट्री लगाने के सीओ के आश्वासन के बाद जाम हटाया
सड़क जाम की सूचना पर टंडवा सीओ विजय दास, बीडीओ देवलाल उरांव व इंस्पेक्टर अनिल उरांव जामकर्ताओं को समझाने-बुझाने में जुटे थे. लेकिन, ग्रामीण मृतक के परिजन को मुआवजा और सार्वजनिक पथ से कोयले की ढुलाई बंद करने की मांग पर अड़े थे. लोगों का कहना था कि कोयला परिवहन के कारण अक्सर इस मार्ग पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं. अब तक हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. ग्रामीणों की मांग पर सीओ ने आश्वासन दिया कि सुबह सात बजे से सात बजे शाम तक नो इंट्री लगाने के लिये एसडीओ के पास पत्र लिखा जायेगा. इसके बाद ग्रामीण शांत हुए और दोनों मृत बच्चियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिये चतरा ले जाने दिया.
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