धनबाद : 11 नवंबर की सुबह उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन धनबाद सहित अन्य जिलों में हो गया. सुबह तड़के से ही छठ व्रती व श्रद्धालुगण विभिन्न छठ घाटों पर बड़ी तादाद में पहुंचने लगे थे. धनबाद नगर निगम क्षेत्र के 88 तालाबों के किनारे बने छठ घाटों पर पारंपरिक हर्षोल्लास से छठ पर्व मनाने के समाचार मिले हैं. अनुमान है कि सुबह के समय चार लाख से ज्यादा व्रतियों व श्रद्धालुओं ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिए. सूर्योदय का समय 6 बजकर 5 मिनट था. इस अवसर पर नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार, पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, विधायक राज सिन्हा, भाजपा नेत्री रागिनी सिंह समेत कई नेताओं ने तालाबों का दौरा किया. विभिन्न छठ घाटों पर उम्रदराज लोगों से लेकर, बच्चे, बुजुर्ग, युवक, युवतियां, महिलाएं भक्ति भाव में विभोर देखे गए. धनबाद शहरी क्षेत्र के विकासनगर, बरमसिया, लोको टैंक, राजेंद्र सरोवर और मनईटांड़ छठ तालाब समेत अन्य तालाबों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही. इन पांच तालाबों में लगभग 40 हजार से अधिक व्रतियों के अर्घ्य देने का अनुमान है. लोगों ने अपने घरों और मुहल्लों में भी अस्थाई तालाब बनाकर सूर्य देवता को अर्घ्य प्रदान किया. कोविड-19 की वजह से शारीरिक दूरी बनाये रखने ऐऔर कुछ तालाबों के दूषित जल की वजह से व्रतियों ने अपने घरों में ही उपासना की. धनबाद जिले के झरिया लाल बंगला स्थित दामोदर नदी में बड़ी तादाद में छठ व्रती व श्रद्धालु भगवान भास्कर को अर्घ्य देते नजर आए. इस अवसर पर व्रतियों व श्रद्धालुओं ने छठ मईया से सुख, शांति और समृद्धि की प्रार्थना की. जिला प्रशासन ने यहां के छठ घाटों पर भारी सुरक्षा व्यवस्था की थी. इसी जिले के महुदा में सुबह के अर्घ्य के साथ ही छठ पूजा का समापन हो गया. बड़ी तादाद में छठ व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर सुख, स्वास्थ, संतान, धन, धान्य की कामना की. सुबह तड़के से ही छठ व्रती व श्रद्धालुगण विभिन्न छठ घाटों पर पहुंचने शुरू हो गए थे. जिला परिषद सदस्य संतोष महतो ने भी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया. गिरीडीह जिले में भी उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पर्व संपन्न हो गया. सुबह तड़के से ही व्रती व श्रद्धालुगण विभिन्न छठ घाटों पर पहुंचने लगे थे. गिरीडीह शहरी क्षेत्र में उसरी नदी पर बना छठ घाट लाइट से जगमग कर रहा था. इस घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी. छठ के गीतों से माहौल पूरी तरह भक्तिमय हो गया था. घाट तक जानेवाले सभी मार्गों पर लाइट की व्यवस्था की गई थी. सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के साथ मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी. भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद लोगों के बीच प्रसाद भी बांटे गए. यह भी पढ़ें : कुहका">https://lagatar.in/?p=183516&preview=true">कुहका
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उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य के साथ छठ संपन्न

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