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ऑनलाइन क्लास के चक्कर में सरकारी विद्यालयों के बच्चों की पढ़ाई बाधित

झारखंड के अधिकतर सरकारी विद्यालयों में नहीं है ऑनलाइन क्लास की सुविधा

Ranchi: कोरोना संक्रमण की वजह से मार्च 2020 से तमाम प्राइवेट, सरकारी स्कूल-कॉलेज बंद हैं. जिसके कारण छात्र छात्राओं के पठन पाठन पर बुरा असर पड़ा है. पढ़ाई बाधित न हो इसके लिए प्राइवेट स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं जारी हैं. ऑनलाइन पढ़ाई का प्रभाव छात्र छात्राओं पर थोड़ा कम देखने को मिला है. ऑनलाइन पढ़ाई में बच्चे ज्यादा रूचि नहीं लेते.

राज्य में कुल 44,835 स्कूल हैं, जिनमें 40,343 सरकारी स्कूल और 4,492 निजी स्कूल शामिल हैं. मगर राज्य के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों की अगर हम बात करे तो पिछले एक साल से सभी का पठन पाठन पूरी तरीके से ठप हो चुका है. पिछले साल दूरदर्शन ने ऑनलाइन क्लास शुरू की मगर राज्य में कई ऐसे क्षेत्र ऐसे वर्ग के छात्र-छात्राएं हैं जिनके घरों में टीवी भी उपलब्ध नहीं है.

राज्य के अधिकतर सरकारी स्कूलों में नहीं है ऑनलाइन क्लास की सुविधा

मार्च 2020 से सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन तकरीबन बंद है. ना ही ऑनलाइन क्लास की सुविधा है ना ही पढ़ाई का कोई विकल्प. प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को सरकार के आदेश अनुसार बिना परीक्षा के अगले कक्षाओं में प्रमोट तो कर दिया जाता है. मगर नए सत्र में भी उन्हें उसी हाल का सामना करना पड़ रहा है. राज्य के लगभग सभी सरकारी विद्यालयों का यही हाल है. सरकार ने सरकारी स्कूलों के बेहतरी के लिए कई योजनाएं पेश किए गए मगर ऑनलाइन क्लास के नाम पर सिस्टम अबतक दुरुस्त नहीं कर पाये. वर्ष 2020 में केंद्र सरकार ने सरकारी विद्यालय के छात्र छात्राओं के लिए दूरदर्शन के माध्यम से ऑनलाइन क्लास की सुविधा शुरू की थी जो की परिस्थिति सामान्य होने के बाद बंद कर दी गई.

ऑफलाइन क्लास शुरू कर दिए गए मगर इस वर्ष एकबार फिर से कोविड 19 के दूसरे लहर के बढ़ते प्रकोप की वजह से कक्षाएं फिर से बंद कर दी गई. सरकार ने इस वर्ष भी दूरदर्शन के माध्यम से ऑनलाइन क्लास करने का निर्णय लिया था. मगर ऑनलाइन क्लास सभी राज्यों में शुरू नही हो पाया है.


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