NewDelhi : चीनी नागरिकों को वीजा जारी करने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम आज मंगलवार को ईडी (दिल्ली में ईडी मुख्यालय) के सामने पेश हुए. यह मामला 2011 का है. कार्ति चिदंबरम ने ऑफिस के अंदर जाने से पहले कहा कि यह एक सामान्य बात है. ये ऐसी चीजें हैं, जो नियमित रूप से होती हैं, खासकर जब चुनाव नजदीक आते हैं. ये सभी व्यर्थ की कवायदें हैं. हम इन से निपटेंगे. बता दें कि इससे पहले ईडी ने सांसद से इस मामले में पिछले साल 23 दिसंबर को पूछताछ की थी. केंद्रीय एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत उनका बयान दर्ज किया था.
#WATCH दिल्ली: कांग्रेस सांसद कार्ति पी.चिदंबरम ईडी कार्यालय पहुंचे। pic.twitter.com/jbsJlmhfEu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 2, 2024
कार्ति व भास्कररमन को को 50 लाख का रिश्वत भुगतान करने से जुड़ा है मामला
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी के मुताबिक, यह जांच वेदांत समूह की कंपनी तलवंडी साबो पावर लिमिटेड (टीएसपीएल) के एक शीर्ष कार्यकारी द्वारा कार्ति और उनके करीबी सहयोगी एस. भास्कररमन को रिश्वत के रूप में 50 लाख का भुगतान करने के आरोपों से संबंधित है. टीएसपीएल पंजाब में एक बिजली संयंत्र स्थापित कर रही थी. सीबीआई के अनुसार, बिजली परियोजना स्थापित करने का काम एक चीनी कंपनी द्वारा किया जा रहा था और तय समय से पीछे चल रहा था. सीबीआई की प्राथमिकी के अनुसार, टीएसपीएल के एक कार्यकारी ने 263 चीनी श्रमिकों के लिए परियोजना वीजा फिर से जारी करने की मांग की थी. जिसके लिए कथित तौर पर 50 लाख का आदान-प्रदान किया गया था. सीबीआई ने पिछले साल चिदंबरम परिवार के परिसरों पर छापा मारा था और भास्कररमन को गिरफ्तार किया था, जबकि कार्ति से पूछताछ की थी.