Ranchi : साइबर अपराध के खिलाफ झारखंड सीआईडी की कार्रवाई लगातार जारी है. इसी दौरान सीआईडी की टीम ने फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार साइबर अपराधियों में बिहार के नालंदा जिले के कतरीसराय थाना क्षेत्र गौरैया निवासी प्रिंस राज, पलामू के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र स्थूत धनगांव निवासी सुमित कुमार और जामताड़ा जिले के करमाटांड़ स्थित देओल्बरी निवासी उमेश कुमार रजक के नाम शामिल हैं. इनके पास से नौ मोबाइल, एक राउटर, एक टैबलेट, नौ सिम, दस डेबिट कार्ड, तीन क्रेडिट कार्ड, एक बेसिक पेमेंट कार्ड और कांड से संबंधित डाटा पुलिस ने बरामद किया है.
ठगी करने के लिए किराए पर ले रखा था मकान
गिरफ्तार हुए साइबर अपराधियों ने ठगी करने के लिए लालपुर में किराये पर मकान ले रखा था. वहीं से साइबर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे थे. गिरफ्तार आरोपियों ने हाल ही में ठगी के पैसे से ब्रेजा कार कर खरीदी थी. इस कार की मदद से विभिन्न एटीएम में घूम-घूम कर ठगी के पैसे निकलते थे. इनके द्वारा एचडीएफसी, पीएनबी, एसबीआई, आईसीआईसीआई जैसे बैंक में केवाईसी अपडेट करने के लिए बैंकों के खाताधारकों को इंटरनेट बैंकिंग के एंड्रॉयड एप्लीकेशन का फेक एप्लीकेशन और फर्जी वेबसाइट का फिशिंग लिंक का एसएमए भेज कर साइबर ठगी करने का काम किया जाता था. फर्जी लिंक को जब लोग क्लिक करते हैं तो इन्टरनेट बैंकिंग का फेक एप उनके फोन में इंस्टॉल हो जाता था. जब लोग उस ऐप को ओपन करते हैं तो साइबर अपराधियों द्वारा उनका डाटा संरक्षित कर लिया जाता है. इसके बाद एकाउंट से रुपया निकाल लेता था.
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