अंचल राजस्व कर्मचारी सुशील ने लिया था पेपर बंटवारा के नाम पर एक लाख बीस हजार रुपए.
लाचार बुजुर्ग की मेहनत रंग लाई बीस वर्ष बाद कर्मचारी ने एक लाख बीस हजार रुपए लौटाया.
Chandwa (Latehar): लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र में एक पुराना भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. 20 साल पहले चंदवा थाना क्षेत्र के चकला गांव निवासी राजकुमार पांडेय से कर्मचारी सुशील ने 1.20 लाख रुपये की रिश्वत ली थी, उसे वापस करना पड़ा.
कर्मचारी सुशील ने करीब 20 साल पहले पेपर में जमीन बंटवारा कर डिमांड अलग करने के नाम पर एक लाख बीस हजार रुपए लिया और जमीन का रसीद बनाकर दे दिया. साथ ही कहा कि इसे किसी को दिखाना नहीं है. पेपर को सुरक्षित रख देना है.
राजकुमार पांडेय ने कर्मचारी के कहे अनुसार तीन-चार साल तक वैसा ही किया. चार साल उन्हें पता चला कि कर्मचारी ने जो रसीद दिया है, वह गलत है. उन्हें तब यह पता चला जब वह सुरेश राम नाम के एक कर्मचारी से मिलकर अपना रसीद दिखाई. कर्मचारी सुरेश ने रसीद का मिलान पंजी टू से किया और पंजी में रसीद का कोई जिक्र नहीं मिलने की बात राजकुमार पांडेय को बताई.
अपने साथ ठगी होने की जानकारी मिलने के बाद वह परेशान हो गए. क्योंकि उन्होंने जो पैसे दिए थे, वह गांव के ही एक व्यक्ति से उधार लेकर दिया था. रुपए वापस पाने के लिए उन्होंने कर्मचारी सुशील से संपर्क किया. कई वर्ष बाद कर्मचारी सुशील उसे दौड़ाता रहा. बाद में यह कह दिया कि उन्होंने कोई पैसा नहीं दिया.
पिछले साल लातेहार थाना परिसर में पुलिस की जन शिकायत निवारण कैंप लगा था. राजकुमार पांडेय ने वहां पहुंच कर 20 साल बाद उनके साथ ही धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई. पर, सुनवाई नहीं हुई. लातेहार टाउन हॉल में दुबारा पुलिस का कैंप लगा था. राजकुमार पांडेय ने दुबारा वहां पहुंच कर शिकायत दर्ज करायी.
पुलिस ने शिकायत दर्ज करते हुए मामले को लेकर कर्मचारी सुशील कुमार को बुलाया. राजकुमार पांडेय ने सुशील कुमार के सामने यह साबित कर दिया कि उसने पैसे लिए थे. जिसके बाद पुलिस के हस्तक्षेप के बाद कर्मचारी सुशील कुमार ने 1.20 लाख रुपये वापस कर दिए.