रोजगारपरक शिक्षा प्रणाली के विकास पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगारपरक शिक्षा प्रणाली व्यवस्था विकसित करने के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों के संस्थापकों से लगातार विचार-विमर्श की जा रही है. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कौशल विकास में जिन विषयों पर युवाओं को प्रशिक्षित करें, उसके लिए औद्योगिक तथा व्यवसायिक गतिविधियों के साथ-साथ स्थानीय आवश्यकताओं का भी अध्ययन किया जाना चाहिए. ऐसा करके ही शिक्षित तथा प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार से तत्काल जोड़ा जा सकेगा. बैठक में प्रेजेंटेशन के माध्यम से कौशल विद्या उद्यमशीलता डिजिटल स्किल यूनिवर्सिटी के एजुकेशनल स्ट्रक्चर की विस्तृत जानकारी भी सीएम के समक्ष रखी गयी.नवनिर्मित 8 पॉलीटेक्निक संस्थानों को स्किल यूनिवर्सिटी से जोड़ा जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बनने वाले स्किल यूनिवर्सिटी में राज्य के नवनिर्मित 8 पॉलीटेक्निक संस्थानों को जोड़ा जाएगा. इस कार्य में प्रेझा फाउंडेशन की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव-सह-उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के.के. खंडेलवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, प्रेझा फाउंडेशन के सीईओ कल्याण चक्रवर्ती, चीफ प्रोजेक्ट ऑफिसर मीनाक्षी कुमार, टीम सदस्य चितरंजन एवं सुश्री शिप्रा, आर्का जैन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एस.एस. रज्जी, निदेशक डॉ अमित श्रीवास्तव एवं रजिस्ट्रार डॉ जसबीर धांजल एवं अन्य उपस्थित थे. इसे भी पढ़ें- आदिवासी">https://lagatar.in/the-life-of-the-tribal-society-was-hellish-during-the-time-of-the-tribal-chief-minister-raghuvar-das/">आदिवासीमुख्यमंत्री के रहते हुए आदिवासी समाज की जिंदगी नारकीय : रघुवर दास [wpse_comments_template]
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