Lagatar Desk : नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज (NLUs) के कंसोर्टियम ने कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) 2026 का रिजल्ट जारी कर दिया है. रांची के शौर्य शाहदेव ने क्लैट यूजी में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए न सिर्फ झारखंड, बल्कि झारखंड-बिहार जोन में टॉप किया है. शौर्य ने 108 अंकों के साथ क्लैट 2026 में ऑल इंडिया रैंक (AIR) 22 हासिल की है.
लगातार डॉट इन की संवाददाता से खास बातचीत में शौर्य शाहदेव ने अपनी सफलता का श्रेय खुद की मेहनत के साथ-साथ माता-पिता, बहन, शिक्षकों और मार्गदर्शकों को दिया. उन्होंने कहा कि निरंतर प्रयास और अनुशासन ही उनकी सफलता की सबसे बड़ी वजह रही.
शौर्य ने बताया कि उनके दादा स्वर्गीय जस्टिस एलपीएन शाहदेव झारखंड हाईकोर्ट के पहले न्यायाधीश थे. उन्हीं से प्रेरणा लेकर उन्होंने कानून के क्षेत्र में करियर बनाने का निर्णय लिया. उनके परिवार में भी कई लोग विधि क्षेत्र से जुड़े रहे हैं, जिससे उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली.
शौर्य ने बताया कि उन्होंने स्कूलिंग के साथ-साथ अरगोड़ा स्थित एक कोचिंग संस्थान से मई 2024 में क्लैट की तैयारी शुरू की थी. सभी विषयों को समान समय देते हुए उन्होंने खासतौर पर करंट अफेयर्स पर अधिक फोकस किया. सामान्य दिनों में वे रोजाना दो से तीन घंटे पढ़ाई करते थे. जबकि परीक्षा से एक माह पहले उन्होंने पढ़ाई का समय बढ़ाकर सात से आठ घंटे कर दिया. शौर्य कहा कि नियमित और अनुशासित अध्ययन के दम पर उन्होंने पहले ही प्रयास में यह सफलता हासिल की. बताया कि वो डीपीसी से आर्ट्स की पढ़ाई कर रहे हैं और फरवरी 2026 में उनकी 12वीं बोर्ड की परीक्षा है.
क्लैट की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को सलाह देते हुए शौर्य ने कहा कि निरंतर मेहनत और गुणवत्ता पर ध्यान देना बेहद जरूरी है. उनका मानना है कि मोबाइल से पूरी तरह दूरी बनाना आवश्यक नहीं है, बल्कि उसका संयमित और सही उपयोग सीखना चाहिए. यदि छात्र आत्मनियंत्रण रखें और तकनीक का सही तरीके से इस्तेमाल करें, तो यह पढ़ाई में सहायक साबित हो सकती है.
गौरतलब है कि शौर्य के पिता प्रतुल शाहदेव भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हैं, जबकि उनकी मां विद्या झा शाहदेव सरला बिरला यूनिवर्सिटी में डिप्टी रजिस्ट्रार हैं. उनकी बड़ी बहन शांभवी शाहदेव एमआईटी मणिपाल से डाटा साइंस इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही हैं.
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