आम जनता की नजरों में मेरी बदनामी हो
सीएम ने दर्ज कराए गए एफआईआर में कहा है कि ईडी के अधिकारियों ने मुझे 29 और 31 जनवरी को रांची में उपस्थित रहने के लिए कहा था, हालांकि, राष्ट्रीय और झारखंड स्थित प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा व्यापक कवरेज से, यह स्पष्ट है कि ईडी अधिकारियों ने मीडिया को इसकी जानकारी दी थी, ताकि मीडिया में तमाशा बनाया जा सके और आम जनता की नजरों में मेरी बदनामी हो. मुझे 30 जनवरी को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में मीडिया रिपोर्टों से पता चला है कि ईडी के अधिकारियों ने चुनिंदा गलत सूचना लीक की है कि आवास परिसर से जब्त की गई नीली बीएमडब्ल्यू कार मेरी है, मेरे पास से भारी मात्रा में अवैध नकदी मिली थी. परिसर, में मिले बीएमडब्लू निर्मित उस कार का मालिक मैं नहीं हूं, जिसके मालिक होने का दावा ईडी के अधिकारियों ने किया है. ईडी के अधिकारियों और अज्ञात अन्य लोगों ने, जो किसी अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के सदस्य नहीं हैं, जानबूझकर मुझे सार्वजनिक रूप से अपमानित करने के लिए यह कृत्य किया है. इसे भी पढ़ें : JSSC">https://lagatar.in/lathi-charge-on-candidates-gheraoing-jssc-office/">JSSCअभ्यर्थियों ने अध्यक्ष नीरज सिन्हा की गाड़ी का कांच तोड़ा, पत्रकारों के साथ भी की मारपीट, एसपी पहुंचे