जेपीएससी परीक्षाओं में भ्रष्टाचार उजागर
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड लोकसेवा आयोग द्वारा 7वीं से 10वीं तक की पीटी परीक्षा में भ्रष्टाचार पूरी तरह उजागर हुआ है. आयोग ने अभ्यर्थियों एवं भाजपा के द्वारा लगाए गए आरोपों की स्वयं पुष्टि भी की है. उसी का परिणाम है कि 49 ओएमआर सीट नहीं मिलने के कारण उतीर्ण अभ्यर्थियों को अनुतीर्ण किया गया. राज्य के युवाओं को मुख्यमंत्री से जेपीएससी पीटी में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराकर दूध का दूध और पानी का पानी कराने की उम्मीद थी, परंतु उन्होंने इसे दूसरी दिशा में मोड़ने की कोशिश की है. इसे भी पढ़ें- मुक्ति">https://lagatar.in/mukti-sanstha-cremated-33-unclaimed-bodies/">मुक्तिसंस्था ने 33 लावारिस शव का किया अंतिम संस्कार, सात सालों में 1259 शवों को दिलायी सद्गति
अभ्यर्थियों के साथ आतंकी जैसा व्यवहार
प्रतुल ने कहा कि राज्य की युवाशक्ति अपने न्याय के लिये संघर्ष कर रही है, तो वहीं सरकार लाठियां बरसा रही है. लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर भी हमला बोला जा रहा है. आंदोलनरत छात्रों के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है जैसे वे आतंकवादी हो. रात के अंधेरे में जबरन उठाकर ले जाना ये कौन सा न्याय है. उन्होंने कहा कि भाजपा भी चाहती है कि राज्य के आदिवासी मूलवासी प्रतिभावान अभ्यर्थियों की नियुक्ति हो परंतु इसमे तो वैसा नही दिख रहा. गरीब और प्रतिभावान आदिवासी मूलवासी युवाओं को नौकरी से वंचित रखने की साजिश की जा रही है.बीजेपी सरकार में हुई लाख से अधिक नियुक्तियां
प्रतुल ने आगे कहा कि भाजपा सरकार में लाख से अधिक नियुक्तियां हुई थीं. जिसमे 90 प्रतिशत आदिवासी मूलवासी थे. भाजपा ने मेडिकल कॉलेज में भी पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया. प्रतुल ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मियों में 100 प्रतिशत, पंचायत सचिव में 90 प्रतिशत, होमगार्ड में 100 प्रतिशत, स्वच्छता मिशन में भी अधिकांश आदिवासी मूलवासी अभ्यर्थी हैं. फिर सरकार उन्हें क्यों प्रताड़ित कर रही है. इसे भी पढ़ें- अमतृसर">https://lagatar.in/nishan-sahibs-sacrilege-in-kapurthala-after-amritsar-golden-temple-accused-thrashed-by-mob-death/">अमतृसरस्वर्ण मंदिर के बाद कपूरथला में निशान साहिब की बेअदबी का मामला, आरोपी की भीड़ ने पिटाई कर दी, मौत [wpse_comments_template]

Leave a Comment