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अफीम की खेती रोकने के लिए उठाए जा रहे कदम
सीएम ने कहा कि चतरा समेत कई जिलों में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से अफीम की खेती होती है. इसे रोकने की दिशा में कई कदम उठाए जा रहे हैं. अफीम की बजाय मेडिसिनल प्लांट्स आदि की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. इससे लोगों की आमदनी में काफी इजाफा होगा. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जो भी लोग अफीम की खेती से जुड़े होंगे, उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसे भी पढ़ें- सरायकेला">https://lagatar.in/policeman-and-bank-personnel-injured-in-a-collision-between-two-motorcycles-at-babudih-in-saraikela/">सरायकेलाके बाबूडीह में दो मोटरसाइकिल में हुई आपसी भिड़ंत, पुलिसकर्मी व बैंककर्मी घायल
जाने क्या है अफीम के कुप्रभाव
गर्भवती महिलाओं पर अफीम के कुप्रभाव से नवजात शिशुओं में विकास अवरुद्ध होने की संभावना 69% तक बढ़ जाती है. अक्सर जंगल की जमीन साफ कर उगाए जाने वाली अफीम के वन कटाई और मिट्टी के कटाव जैसे प्राकृतिक कुप्रभाव देखे गए हैं. गर्भवती महिलाओं पर अफीम के कुप्रभाव से नवजात शिशुओं के सर का आकार छोटा होने की संभावना 2.2 गुना तक बढ़ जाती है.अफीम कारोबार के खिलाफ की जाएगी कड़ी कार्रवाई
जिले के एसपी राकेश रंजन ने कहा कि किसी भी कीमत पर जिले में अफीम का कारोबार फलने फूलने नहीं दिया जाएगा. इस धंधे में शामिल लोगों को चिन्हित कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि एनडीपीएस एक्ट मामले में एक बार से ज्यादा पकड़ाने पर मृत्यु दंड की सजा हो सकती है. अफीम की खेती पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से ड्रोन के माध्यम से अफीम की खेती पर नजर रखी जा रही है. इसे भी पढ़ें- भाजपा">https://lagatar.in/bjp-kisan-morcha-takes-out-bullock-cart-procession-in-mudal-kisan-chaupal-also-organized/">भाजपाकिसान मोर्चा ने मुड़ाल में निकाला बैलगाड़ी जुलूस, किसान चौपाल का भी आयोजन [wpse_comments_template]
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