- कोरोना संक्रमण को लेकर सीएम हेमंत सोरेन ने की सर्वदलीय बैठक
Ranchi: बढ़ते कोरोना को लेकर राज्य सरकार ने दो अहम बैठकें की. पहली बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के वरीय आईएएस अधिकारियों के साथ की. वहीं दूसरी बैठक उन्होंने राज्य के सभी दलों के साथ की. सर्वदलीय बैठक में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगेगा. सीएम हेमंत सोरेन ने सर्वदलीय बैठक के बाद यह साफ कर दिया है.
वर्चुअल सर्वदलीय बैठक में बीजेपी, जेएमएम और वाम दलों के प्रतिनिधियों से कोरोना पर मुख्यमंत्री ने सुझाव लिये. इसके बाद उन्होंने कहा कि राज्य में वर्तमान हालात में हम सीमित संसाधनों में बेहतर उपाय कर रहे हैं और अगर 15-20 दिन में स्थिति सामान्य होगी.
हर जिले में कोविड टेस्ट हो रहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली बार जब हम कोरोना संक्रमण से लड़ रहे थे, तब एक भी आरटीपीसीआर लैब नहीं था, लेकिन आज हर जिले में कोविड टेस्ट हो रहा है. 7 जगहों पर डेडिकेडेट आरटीपीसीआर लैब काम कर रहा है, 2 और लैब लगाने का फैसला लिया गया है. 2 कोबास मशीन भी मंगवाये गये हैं, जो हमें 15-20 दिनों में मिल जाएंगे. वहीं हर जिले में 50 ऑक्सीजन युक्त बेड सुनिश्चित किया जा रहा है. प्रमंडल स्तर पर 100 ऑक्सीजन युक्त बेड लगाये जा रहे हैं. रांची में 600 ऑक्सीजन युक्त बेड लगे हैं, 630 और बेड लगने हैं. आंगनबाड़ी केंद्रों में ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराने और हर व्यक्ति को मेडिकल किट उपलब्ध कराने की योजना है. पारा मिलिट्री से सहयोग के लिए केंद्र से अपील की गई है. 45 वर्ष के कम लोगों के टीकाकरण को लेकर केंद्र के गाइडलाइन का इंतजार है.
alt="" class="wp-image-51433"/>
कुछ लोग अस्पतालों में जबरदस्ती पकड़कर बैठे हैं बेड
सीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण का इलाज सरकारी अस्पतालों में अच्छा हो रहा है, लेकिन लोग प्राइवेट इलाज के पीछे पड़े हैं. अस्पतालों में भी जो लोग ठीक हो चुके हैं वो बेड नहीं छोड़ रहे हैं. ऐसे लोग रिपोर्ट निगेटिव आने का इंतजार कर रहे हैं. यही वजह है कि जरूरतमंद मरीजों को बेड नहीं मिल रहा है.
दिल्ली, महाराष्ट्र की तर्ज पर लगाया जाए कर्फ्यू- बीजेपी
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि बीजेपी का एक-एक कार्यकर्ता कोरोना से निपटने में सरकार के साथ खड़ा है. उन्होंने कहा कि कोविड को लेकर जो दवाइयां निर्देशित की गई है कि वो बाजार में उपलब्ध नहीं हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि आइसोलेट मरीजों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिकित्सकों का परामर्श मिलना चाहिए. दीपक प्रकाश ने दिल्ली और महाराष्ट्र की तर्ज पर झारखंड में भी कर्फ्यू लगाने की मांग की.
सप्ताह में तीन दिनों के लिए बंद किये जाएं दुकान- कांग्रेस
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि सेक्टर वाइज 3 दिन दुकानों को बंद किया जाना चाहिए. इससे व्यापार भी चलता रहेगा और संक्रमण का चेन भी टूटेगा. काफी संख्या में प्रवासी मजदूर वापस लौट रहे हैं इसलिए पहले की तरह स्कूलों, पंचायत भवनों में आइसोलेशन सेंटर बनाये जाएं, ताकि संक्रमण न फैले.
इमरजेंसी स्थिति में ही लगे कंप्लीट लॉकडाउन- जेएमएम
जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हेल्थ ऑडिट टीम बनाई जाए और आपदा में अवसर ढूंढने वाले निजी अस्पतालों की मनमानी खत्म की जाए. इमरजेंसी स्थिति में ही कंप्लीट लॉकडाउन लगाया जाए. मेडिकल सेवा को छोड़कर सबकुछ बंद करना चाहिए. फूड और मिल्क शॉप सुबह और शाम में 2-2 घंटे खोले जाने चाहिए.
टेस्ट रिपोर्ट जल्दी आये तभी रुकेगा संक्रमण- आजसू
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि दूसरे जिलों के संक्रमित मरीज बेहतर इलाज के लिए रांची आना चाहते हैं. यही वजह है कि रांची में संक्रमण का बोझ बढ़ रहा है. उन्होंने जांच में तेजी लाने की अपील की. कहा कि कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट देर से आ रही. इस वजह से संक्रमण फैल रहा है. दूसरे जिलों में भी अस्पतालों को दुरुस्त किया जाए ताकि रांची पर बोझ कम पड़े. आरजेडी से अभय सिंह, राकांपा से कमलेश सिंह, भाकपा माले से जनार्दन प्रसाद, सीपीएम से गोपीकांत बख्शी और मासस से हलधर महतो ने भी सरकार को सुझाव दिया.
Leave a Comment