Ranchi : झारखंड मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हमने चार तारीख को एक पत्र राष्ट्रपति जी को दिया है. पत्र बहुत ही गंभीर है. सभी को मालूम है कि चाईबासा क्षेत्र जंगलों से घिरा हुआ है. नक्सल मूवमेंट वहीं से होते हैं. वहां मोबाईल का टावर भी नहीं है. ऐसे में उस जगह डेढ़ घंटे से अधिक समय तक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को रोकना, और एटीसी द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया जाना यह दर्शाता है कि यह बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश है. सुप्रियो ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री को रोका जा रहा है. इसी से संबंधित पत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखा गया है.
आयोग को बताया था, 15 नवंबर तक राज्य में पर्व-त्योहार हैं
सुप्रियो मंगलवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी में बंटी और बबली का संबंध है. यहां के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संग हमारी बैठक हुई थी. बताया था कि 15 नवंबर तक राज्य में पर्व-त्योहार हैं, उसके बावजूद 13 को चुनाव कराया जा रहा है. वहीं उत्तर प्रदेश में इसी 13 नवंबर को चुनाव था, वहां 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का त्योहार है, इसलिए चुनाव की तिथि को बढ़ा कर 20 नवंबर कर दिया गया है.
राजनीति में धर्म को मिलाओगे तो यही हश्र होगा.
सुप्रियो ने कहा कि झारखंड में भी त्योहारों को लेकर 15 नवंबर के बाद चुनाव कराने की मांग की गयी थी, पर आयोग माना नहीं. यहां 13 नवंबर को चुनाव हो रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के झारखंड आगमन को लेकर कहा. योगी यहां बोले कि अयोध्या में राम मंदिर बना है. वहीं से आया हूं. सुप्रियो ने तंज कसा कि अयोध्या में किसकी घंटी बज गयी.घंटी तो भारतीय जनता पार्टी की बजी है. यही है श्री राम का न्याय. राजनीति में धर्म को मिलाओगे तो यही हश्र होगा.
हमारे सीएम जहां भी जा रहे हैं, उन्हें रोका जा रहा है
उन्होंने दोहराया कि हमारे मुख्यमंत्री को जंगल में बैठाया गया. चुनाव आयोग का पूरा रवैया गंभीर सवाल खड़े करता है, सुप्रियो ने कहा कि झामुमो के मामले में अलग और भारतीय जनता पार्टी के मामले में अलग रवैया अख्तियार किया जाता है. कहा कि सिख समुदाय का गुरु पर्व, हिंदुओं का धार्मिक महापर्व छठ भी निकट है, बड़ी संख्या में लोग आस्था के पर्व मनाने राज्य से बाहर अपने घर परिवार से मिलने जाते हैं. 13 नवंबर को चुनाव होना है, ऐसे में वे मताधिकार से वंचित हो सकते हैं, यह साजिश नहीं तो क्या है. कहा कि हरियाणा में भी वही साजिश रची गयी. उत्तर प्रदेश में भी यही किया जा रहा है. हमारे सीएम जहां भी जा रहे हैं, उन्हें रोक दिया जा रहा है. वे(भाजपा) कहते हैं कि हमने आदिवासी समाज से राष्ट्रपति बनायी है, फिर मुख्यमंत्री को क्यों परेशान किया जा रहा है. वह भी तो आदिवासी समाज का ही बेटा है.