Lucknow : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी के नोएडा में हुए धर्मांतरण मामले के खुलासे के बाद एक्शन मोड में है. खबर है कि योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि एजेंसियां इस मामले की तह में जायें, जो भी इसमें शामिल हैं उनपर कड़ा एक्शन लेते हुए नेशनल सिक्युरिटी एक्ट (NSA) लगाया जाये. इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री ने गैंगस्टर एक्ट के तहत एक्शन लेने की बात भी कही है. धर्मांतरण मामले में आरोपियों की संपत्ति जब्त करने का भी निर्देश दिया गया है.
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यूपी एटीएस ने कहा, इसके पीछे आईएसआई की फंडिंग
बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. नोएडा पुलिस को लगातार इसकी शिकायत मिल रही थी, इसके बाद एटीएस की मदद से इस मामले में कार्र्वाई की गयी. यूपी एटीएस ने इस मामले में आरोपी मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को गिरफ्तार किया है. लखनऊ से दो लोगों की गिरफ्तारी पर यूपी एटीएस ने कहा है कि इसके पीछे आईएसआई की फंडिंग है।
यूपी एटीएस ने धर्मांतरण की मुहिम चलाने वाले दो मौलाना मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर को लखनऊ से गिरफ्तार किया है. दोनों दिल्ली के जामिया नगर इलाके के रहने वाले हैं. आरोप है कि इन्होंने पिछले डेढ़ साल के दौरान नौकरी, शादी और पैसे का लालच देकर देशभर में 1000 से ज्यादा लोगों का धर्म बदलवाया. एटीएस के इस खुलासे के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है.
कोर्ट ने दोनों को तीन जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया था
पुलिस सूत्रों को इस मामले में विदेशी फंडिंग और कई लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है. पुलिस के अनुसार ये लोग मूक-बधिर बच्चों को धर्मांतरण का शिकार बनाते थे, साथ महिलाओं को भी लालच देकर धर्मांतरण करवाया जाता था. खबर है कि धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी और मोहम्मद उमर गौतम की कस्टडी रिमांड पर अदालत में मंगलवार को सुनवाई होगी.
इसके पहले सोमवार को दोनों को कड़ी सुरक्षा के बीच लखनऊ में अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सत्यवीर सिंह की कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में तीन जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया था. आज पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए अदालत सुनवाई करेगी.
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