सीएम ने अधिकारियों को दिए निर्देश
- इस साल 50 लाख श्रद्धालु पहुंचने का अनुमान.
- विश्राम गृह में होगी बिजली, पानी और आराम की व्यवस्था.
- महिला व बच्चों के लिए भोजन की व्यवस्था होगी.
- शिकायतों के लिए क्यूआर कोड बेस्ड व्यवस्था होगी.
- भीड़ व ट्रैफिक नियंत्रण के लिए होगी चाक चौबंद व्यवस्था.
alt="" width="272" height="181" /> समीक्षा बैठक में मौजूद अधिकारियों को संबोधित करते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन.[/caption] श्रद्धालुओं को पहले के मुकाबले ज्यादा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मेला के रास्ते के खाली जमीन पर विश्रामगृह बनाने का सुझाव दिया. जिसमें बिजली, पानी, स्नान, शौचालय से लेकर आराम करने की व्यवस्था हो. मेला समाप्त होने के बाद रैयतों की जमीन की सफाई करके वापस करने का सुझाव दिया.
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेला में बड़ी संख्या में महिला व बच्चे भी आते हैं. उनके लिए रहने और भोजन की अलग से व्यवस्था करें.सीएम ने बैठक में कहा कि देवघर स्थित बाबा मंदिर औऱ बाशुकीनाथ मंदिर में देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं. इसलिए भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक कंट्रोल की व्यवस्था को बेहतर करें. इसके लिए पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा बलों की तैनाती करने और वाहनों की गति सीमा निर्धारित करने का निर्देश दिया. सीएम ने अधिकारियों से निर्देश किया कि वाहन नंबर प्लेट रीडिंग कैमरा लगायें, ताकि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की पहचान की जा सके. [caption id="attachment_1050837" align="aligncenter" width="272"]
alt="" width="272" height="181" /> समीक्षा बैठक में उपस्थित अधिकारी व अन्य.[/caption] श्रद्धालुओं की समस्या के निपटारे के लिए क्यूआर बेस्ड कंप्लेन सिस्टम शुरु करने का निर्देश दिया. ताकि श्रद्धालु किसी भी तरह की परेशानी की शिकायत तत्काल कर सकें औऱ शिकायतों का निपटारा किया जा सके. बैठक में नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार, विधायक सुरेश पासवान, देवेंद्र कुंवर, मुख्य सचिव अलका तिवारी, डीजीपी अनुराग गुप्ता, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, प्रधान सचिव एमआर मीणा, वंदना डाडेल, संथाल जोन के आईजी क्रांति कुमार गरदेशी, देवघर के डीसी विशाल सागर, देवघर के एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग के अलावा वैद्यनाथ धाम-बासुकीनाथ तीर्थ क्षेत्र विकास प्राधिकार के सदस्य मौजूद थे.
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