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धनबाद में अब डीजल की जगह सीएनजी ऑटो

Dhanbad : धनबाद में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सबसे बेहतर और महत्वपूर्ण साधन ऑटो है. बगैर ऑटो के धनबाद की यातायात व्यवस्था सुचारू ढंग से नहीं चल सकती. बगैर ऑटो पूरा शहर ही थम सा जाता है. समय के साथ ऑटो में भी बदलाव हुआ है, जो अब डीजल की जगह सीएनजी से चलेंगे. डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी से परेशान हो कर लोग डीजल ऑटो को ठुकरा सीएनजी को अपना रहे हैं.

   क्लीन एयर को लेकर मिल रही तरजीह

धनबाद शहर में लगभग तीस हजार ऑटो निबंधित हैं. सभी डीजल से चलते हैं. लेकिन अब क्लीन एयर और प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिए शहर की सड़कों पर जितने भी नए ऑटो उतारे जा रहे हैं, उनमें सीएनजी वर्जन को तरजीह दी जा रही है. डीटीओ ओम प्रकाश ने बताया कि प्रदूषण मुक्त और क्लीन एयर के लिए सरकार और जिला प्रशासन भी प्रयास रत है. क्लीन एयर में धनबाद 132 शहरों की सूची में शामिल है. इसलिए प्रशासन यहां सीएनजी वाहनों को प्रोत्साहित कर रहा है. गैल कंपनी द्वारा सीएनजी स्टेशन भी खोले जा रहे हैं, जिनमें फिलहाल पांच रनिंग स्थिति में है.

    सीएनजी वाहनों की बिक्री में हुआ इजाफा

धनबाद डीटीओ ओम प्रकाश यादव ने बताया कि इन 2 वर्षों में सीएनजी वाहनों की बिक्री में काफी इजाफा हुआ है. वर्ष 2020 में जहां 8 सीएनजी वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ था, वहीं 2021 में इसकी संख्या 91 हो गई थी. लेकिन 2022 में अब तक 30 से भी अधिक सीएनजी यात्री ऑटो का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. इसके अलावा 111 मालवाहक ऑटो भी सीएनजी वर्जन में धनबाद की सड़कों पर उतर गए हैं.

     कभी भी बंद हो सकते हैं डीजल ऑटो : डीटीओ

क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत धनबाद शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को पूरी तरह सीएनजी इलेक्ट्रिक वर्जन में लाना है. परिवहन विभाग द्वारा लगातार प्रोत्साहित भी किया जा रहा है. क्योंकि आने वाले समय में पेट्रोल और डीजल से चलने वाले ऑटो को कभी भी बंद किया जा सकता है. यही वजह है नए ऑटो की खरीदारी सीएनजी बेस्ड हो रही है.

      क्या कहते हैं ऑटो चालक

ऑटो चालक सोनी शर्मा, मुकेश यादव और सूरज कुमार बताते हैं कि डीजल से चलने वाले ऑटो तलवार की धार पर चलने के बराबर है.  कभी भी जिला प्रशासन की गाज गिर सकती है. इसके अलावा डीजल की अपेक्षा सीएनजी ऑटो में काफी बचत है. सीएनजी ऑटो डीजल के मुकाबले तकरीबन 15 से 20 किलोमीटर की अधिक दूरी तय करता है, जिसका सीधा फायदा हमारी जेब को मिलता है. यह भी पढ़ें : धनबाद">https://lagatar.in/dhanbad-change-in-the-life-of-the-middle-class-changed-the-color-of-the-festival/">धनबाद

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