न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे
Shrinagar : जम्मू-कश्मीर में शीत लहर का प्रकोप जारी है. यहां न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे पहुंच गया है. कड़ाके की ठंड के चलते डल झील की सतह पर बर्फ की पतली परत बन गयी है.‘ ऐसे में हाउसबोट’ में रहने वाले स्थानीय निवासियों को अपनी नौकाओं को किनारे पर लाने के लिए बर्फ की परत तोड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. कश्मीर के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति करने वाले पाइप के अंदर भी पानी जम गया है.
#WATCH जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर में कल रात तापमान शून्य से 4.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। pic.twitter.com/Kkk62zU5t9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 2, 2024
कई इलाकों के न्यूनतम तापमान में आयी गिरावट
श्रीनगर सहित ज्यादातर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है. मौसम कार्यालय के अनुसार, श्रीनगर में सोमवार रात न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग स्कीइंग रिसॉर्ट में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चार डिग्री, काजीगुंड में 4.4 डिग्री, कोकेरनाग शहर में 2.7 डिग्री और कुपवाड़ा में 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
‘चिल्लई-कलां’ की चपेट में कश्मीर
वर्तमान में कश्मीर ‘चिल्लई-कलां’ की चपेट में है. यह 40 दिनों की भीषण सर्दी की अवधि है. इस दौरान क्षेत्र में शीत लहर चलती है और तापमान बेहद नीचे चला जाता है, जिससे प्रख्यात डल झील सहित जल निकाय जम जाते हैं. इस अवधि में बर्फबारी की संभावना सबसे अधिक होती है. ऊंचाई वाले इलाके में भी भारी बर्फबारी होती है. बता दें कि चिल्लाई-कलां 21 दिसंबर से शुरू होकर 31 जनवरी को समाप्त होती है. इसके बाद कश्मीर में 20 दिनों का ‘चिल्लई-खुर्द’ (छोटी ठंड) और 10 दिनों का ‘चिल्लई-बच्चा’ (हल्की ठंड) का दौर रहता है. इस दौरान भी शीत लहर जारी रहती है.