LagatarDesk : कॉमेडी के किंग राजू श्रीवास्तव पंचतत्व में विलीन हो गये. कॉमेडियन का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट में किया गया. राजू श्रीवास्तव के बेटे आयुष्मान श्रीवास्तव ने उनको मुखाग्नि दी. कॉमेडियन को आखिरी विदाई देने हास्य जगत के कई सितारे और फैंस पहुंचे. राजू के सबसे करीबी दोस्त सुनील पाल भी निगम बोध घाट पहुंच चुके हैं. कानपूर से भी कई दोस्त अंतिम विदाई देने आये. यूपी के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह भी श्मशान घाट पहुंचे हैं. फैंस राजू श्रीवास्तव अमर रहे… के नारे लगा रहे हैं.
10 बजे द्वारिका स्थित घर घर से निकली थी राजू की शव यात्रा
बता दें कि राजू श्रीवास्तव का पार्थिव शरीर दिल्ली के द्वारिका स्थित घर में रखा गया था . राजू की शव यात्रा घर से 10 बजे एंबुलेंस में निकली थी. एंबुलेंस को फूलों से सजाया गया था और उसमें कॉमेडियन की मुस्कुराती हुई तस्वीर लगायी गयी थी. उनकी शव यात्रा में हजारों की संख्या में फैंस शामिल हुए. हर किसी की आंखें नम हो गयी.
दिल्ली: कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए निगमबोध घाट श्मशान घाट ले जाया जा रहा है। pic.twitter.com/rL78Dl52m5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 22, 2022
राजू की पत्नी शिखा पर टूटा दुखों का पहाड़
राजू श्रीवास्तव की कमी उनकी पत्नी शिखा को सबसे ज्यादा खलेगी. इस समय शिखा काफी मुश्किल दौर से गुजर रही हैं. राजू के निधन ने शिखा को तोड़ दिया है. घाट से राजू की पत्नी की भी तस्वीर सामने आयी. शिखा के चेहरे पर राजू को खोने का गम साफ दिख रहा है.
राजू के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच पाये भाई काजू
काजू श्रीवास्तव अपने बड़े भाई राजू श्रीवास्तव के अंतिम संस्कार का हिस्सा नहीं बन पाये. फिलहाल काजू कानपुर में हैं और बीमार हैं. उनकी पत्नी भी प्रेग्नेंट हैं. राजू अपने भाई काजू को ही देखने दिल्ली गये थे, जब उनको कार्डियक अरेस्ट आया था. बताते चलें कि काजू और राजू दोनों ही दिल्ली के एम्स में एडमिट थे. काजू के घर के बाहर भी लोगों की भीड़ इकट्ठा है. सभी काजू को संवेदनाएं दे रहे हैं.
10 अगस्त को कॉमेडी किंग को आया था हार्ट अटैक
बता दें कि राजू को 10 अगस्त को जिम में वर्कआउट करने के दौरान हार्ट अटैक आया था. ट्रेडमिल में चलते-चलते वो अचानक पर गिर गये थे. जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. करीब 41 दिनों से वो कोमा में थे. काफी समय तक वेंटिलेटर पर रहने के बावजूद परिवार और डॉक्टर्स यह उम्मीद कर रहे थे कि वो स्वस्थ होकर वापस घर लौट आयेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने 21 सितंबर को इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
25 दिसंबर को कानपुर में हुआ था जन्म
राजू श्रीवास्तव ने कॉमेडी को एक अलग पहचान दी थी. वो एक ऐसे कलाकार थे, जिन्होंने लोगों को हंसना सिखाया. अपने जोक्स से लोगों के दिलों में जगह बनायी. जिन्हें ‘गजोधर’ के तौर पर क्रेडिट दिया जाता है. उन्होंने काफी संघर्ष किया और इस मुकाम तक पहुंचे. राजू श्रीवास्तव का जन्म 25 दिसंबर 1963 को कानपुर में हुआ था. राजू का रियल नाम सत्य प्रकाश श्रीवास्तव था. वो एक मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखते थे. उनके पिता का नाम रमेश चंद्र श्रीवास्तव था, जो कि एक कवि थे. 25 दिसंबर 1963 को राजू श्रीवास्तव का जन्म कानपुर में हुआ था. वो एक मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखते थे. उनके पिता का नाम रमेश चंद्र श्रीवास्तव था, जो कि एक कवि थे.