Ranchi: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने झारखंड विधानसभा के समक्ष जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड डी. राजा के नेतृत्व में हुआ. प्रदर्शन में राज्यभर से हजारों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विधानसभा की ओर कूच किया.
जनता से किए गए वादे पूरे करे हेमंत सरकार
प्रदर्शनकारियों ने झारखंड सरकार पर जनता से किए गए वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया. महासचिव डी. राजा ने कहा कि झारखंड धीरे-धीरे कॉरपोरेट घरानों के लिए एक हब बनता जा रहा है. जल, जंगल और जमीन की लूट को रोकने में सरकार विफल रही है. उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड में खनिज संपदा की भरमार है, लेकिन इसका दोहन केवल बड़े उद्योगपतियों के लाभ के लिए किया जा रहा है.
भूमि बैंक रद्द करने और जल, जंगल, जमीन की रसीद चालू करने की मांग
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव महेंद्र पाठक ने कहा कि सरकार को तत्काल भूमि बैंक को रद्द करना चाहिए और लोगों को उनकी जमीन की रसीद उपलब्ध करानी चाहिए. उन्होंने सरकार पर झारखंड के संसाधनों की लूट का आरोप लगाते हुए कहा कि कई जिलों में लोग अपनी जमीन बचाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं.
अंबेडकर और जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा स्थापित करने की मांग
दलित अधिकार मंच के प्रदेश अध्यक्ष भंते जैनेंद्र कुमार ने झारखंड विधानसभा में बाबा भीमराव अंबेडकर और जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा स्थापित करने की मांग की. उन्होंने अनुसूचित जनजाति आयोग के गठन की भी मांग उठाई.
कोल ब्लॉक रद्द करने और मजदूरों के लिए न्यूनतम वेतन निर्धारित करने की अपील
डॉ. मिथिलेश डांगी ने झारखंड सरकार से कोल ब्लॉक परियोजनाओं को रद्द करने की मांग की. राष्ट्रीय परिषद के सदस्य पी.के. पांडे ने असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के लिए 26,000 रुपये न्यूनतम मजदूरी निर्धारित करने की अपील की.
झारखंड विधानसभा लाल झंडों से पट गई
झारखंड के 24 जिलों से आए हजारों कार्यकर्ता अपने झंडे, बैनर और नारों के साथ विधानसभा पहुंचे. इस दौरान विधानसभा का पूरा क्षेत्र लाल झंडों से पट गया. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.