Ranchi : अर्चा साहित्य कला अकादमी के तत्वावधान में रविवार को रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट ऑडिटोरियम में शंख ध्वनि, वेदपाठ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गयी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्य मंत्री संजय सेठ, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा, प्रोफेसर डॉ अमिताभ मुखर्जी, पूर्व सीएमडी एचईसी अभिजीत घोष, पूर्व अध्यक्ष एफजे सीसीआई कुणाल आजमानी, बंगाली युवा मंच चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष सिद्धार्थ घोष व प्रवीर लाहिड़ी शामिल हुए
अकादमी की चेयरपर्सन डॉ पुष्पा सेन ने स्वागत भाषण दिया
अर्चा साहित्य कला अकादमी की चेयरपर्सन डॉ पुष्पा सेन ने स्वागत भाषण दिया. कहा कि यह संगठन दस साल से चल रहा है. इसमें संगोष्ठी, सेमिनार, संगीत, नृत्य, नाटक चित्रांकन, काव्य पाठ, समाज सेवा कार्यक्रम निरंतर चलता रहता है. यह संगठन विभिन्न भाषाओं के साथ कार्य करता है. कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से आये कलाकारों ने संगीत प्रस्तुत किया. इसमें 108 कलाकारों ने हिस्सा लिया. सभी ने एक साथ मिलकर एक मंच पर एक ही समय में 15 रवींद्र संगीत प्रस्तुत किये. इसमें महिला और पुरुष दोनों कलाकार शामिल थेय कार्यक्रम में गीत-संगीत की एक पुस्तक का विमोचन किया गया, जिसमें15 गीत लिखे हुए है.
सात मेंटरों ने छह माह में 15 गीत सिखाये
कार्यक्रम में एक साथ एक लय में 108 रविंद्र गान गाया गया. इस गीतों को सात मेंटरों ने छह माह में सिखाया था. इनमें लिली मुखर्जी, अपराजिता भट्टाचार्य, कुमकुम बनर्जी, पम्पा सेन विश्वास,परोमिता चौधरी, अपरूपा चौधरी, रूमकी दास शामिल हैं. सभी कलाकारो को अंग वस्त्र, सर्टिफिकेट और मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया.