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कॉंग्रेस ने पूछा, ऑपरेशन सिंदूर में हाफिज सईद, मसूद अजहर बचकर कैसे निकल गये?

NewDelhi : कॉंग्रेस ने आज प्रेस कॉंफ्रेंस कर आतंकवाद, विदेशनीति, ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेशों में भेजे गये डेलीगेशन के संदर्भ में मोदी सरकार पर हमला बोला. कहा कि उन्हें अब समझ में आ गया कि एक विध्वंसकारी विदेशनीति के कारण हम अलग-थलग हो गये हैं, तो एक All-party delegation भेजने की बात हुई. भाजपा सांसद हर दिन जहरीला ट्वीट करने से बाज नहीं आ रहे. कॉंग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस और विपक्ष के सांसद भारत का पक्ष रख रहे हैं, लेकिन भाजपा के एक सांसद हर दिन जहरीला ट्वीट करने से बाज नहीं आ रहे. उनका इशारा निशिकांत दूबे की ओर था. खेड़ा ने कहा कि जब प्रधानमंत्री खुद एक ट्रोलर की भाषा बोलने लगें, तो ये बेहद चिंता का विषय है. ऐसे में हमें जवाब चाहिए कि आज देश जैसी चुनौतियों से लड़ रहा है, उनका आने वाले समय में क्या होगा? जब संकट की घड़ी में परीक्षा हुई, तो सरकार बुरी तरह से फेल हो गयी इसका जवाब तभी मिल सकता है, जब प्रधानमंत्री ट्रोल से प्रेरित न हों, इन मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए विशेषज्ञों से बात करें. लेकिन मुझे नहीं लगता मोदी सरकार से हमें कोई जवाब मिल सकता है और वो इन चुनौतियों का सामना भी कर सकती हैं, क्योंकि जब संकट की घड़ी में परीक्षा हुई, तो सरकार बुरी तरह से फेल हो गयी. कॉंग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आजतक हमें जवाब नहीं मिला कि पुंछ, गांदरबल, गुलमर्ग और पहलगाम के आतंकियों का क्या हुआ? सीजफायर किन शर्तों पर हुआ? ऑपरेशन सिंदूर में हाफिज सईद, मसूद अजहर बचकर कैसे निकल गये? सीजफायर की शर्तों में आतंकियों को वापस लाना शामिल है या नहीं? सीजफायर की शर्तों में इन आतंकियों को वापस लाना शामिल है या नहीं? मोदी सरकार से ये सवाल पूछ लिये जायें तो इनके नेता फ़िल्मी डायलॉग मारते हैं. पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि इस सरकार ने पूरी राजनीति, राजनीतिक विमर्श, विदेश नीति ट्रोल्स को आउटसोर्स कर दी है. मोदी सरकार की विदेश नीति का नतीजा है कि कुवैत ने पाकिस्तान पर से वीजा पाबंदियां हटा दी हैं. कुवैत-पाकिस्तान लेबर ट्रीटी साइन करने वाला है. उधर UAE ने पाकिस्तान को 5 साल की वीजा अनुमति दे दी है. कॉंग्रेस प्रवक्ता ने कहा, हमारी विदेश नीति का नतीजा ही है कि नेपाल-भूटान भी हमारे साथ नहीं खड़ा हुआ. इस पूरे संघर्ष में पता चल चुका है कि चीन और पाकिस्तान कैसे एक साथ सामने आये, लेकिन सरकार इसपर कुछ नहीं कर रही. आखिर यह सरकार Hyphenation होने क्यों दे रही है? भाजपा की ओछी राजनीति में कोई कमी नहीं आयी है. इस सरकार के ट्रोल्स ने जिस ईरान के बारे में भद्दी टिप्पणियां कीं, उसने कल खुलकर कहा कि पाकिस्तान आतंक को शरण देता है. जहां एक तरफ कांग्रेस पार्टी और पूरा विपक्ष देशहित में डटा हुआ है, वहीं 22 अप्रैल की रात से आज तक भाजपा की ओछी राजनीति में कोई कमी नहीं आयी है. भाजपा के लोग देश के अल्पसंख्यकों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे.  पवन खेड़ा ने कहा, एक तरफ पूरे देश में आवाज उठ रही थी कि पाकिस्तान को जवाब दिया जाए, आतंकियों के खिलाफ कदम उठाए जाएं. वहीं, भाजपा के लोग कश्मीर के छात्र-छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे, देश के अल्पसंख्यकों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे. इसके साथ ही भाजपा द्वारा अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से एक धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश की जा रही थी. ये एक सत्ताधारी दल का स्तर है. सच्चाई ये है कि भाजपा ने आपदा में अवसर ढूंढा है, जो बहुत ही पीड़ादायक बात है. इसलिए ये सवाल आने वाले कई दशकों तक पूछा जायेगा कि जब देश में आपदा आयी थी तो कौन क्या कर रहा था? जब संकट का दौर आता है तो  निडर और कायरों की पहचान हो जाती है. पवन खेड़ा ने कहा, जब संकट का दौर आता है तो अपने-परायों की, निडर और कायरों की पहचान हो जाती है. जब 22 अप्रैल को देश पर संकट का समय आया तो कांग्रेस पार्टी के साथ सभी ने प्रधानमंत्री मोदी से यह मांग की, कि आप आतंकवाद का जवाब दीजिए, हम आपके साथ हैं. नेता विपक्ष राहुल गांधी अपना विदेशी दौरा छोड़कर देश वापस लौटे. कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खरगे ने तत्काल कार्यसमिति की बैठक बुलाई और बयान जारी कर कहा कि हम सरकार के हर कदम में साथ हैं. इसके बाद राहुल गांधी पहले पहलगाम में जाकर घायलों से मिले और स्थानीय लोगों से मिले. फिर पुंछ में पाकिस्तान की कायराना फायरिंग से प्रभावित लोगों से भी मिले. इसे भी पढ़ें : पीएम">https://lagatar.in/pm-modis-appeal-you-too-should-participate-in-operation-sindoor-take-an-oath-you-will-not-buy-foreign-goods/">पीएम

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