Search

कृषि कानून वापसी पर कांग्रेस ने मनाया ‘किसान विजय दिवस’, कहा-  सत्याग्रह से मोदी सरकार घुटने टेकने को हुई मजबूर

Ranchi : मोदी सरकार के तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा के बाद कांग्रेस ने किसान विजय दिवस के रूप कैंडल मार्च निकाला. अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के निर्देश पर यह मार्च प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर की अध्यक्षता में कांग्रेस भवन से अलबर्ट एक्का चौक तक निकाला गया. प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि देश की तानाशाही हुकूमत को अन्नदाता किसानों एवं कांग्रेस द्वारा लगातार किये गए सत्याग्रह के दबाव में घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. इस अवसर पर कांग्रेस विधायक दल के नेता सह मंत्री आलमगीर आलम, प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पदाधिकारी के साथ रांची महानगर एवं ग्रामीण कांग्रेस कमिटी के पदाधिकारी व सदस्य शामिल थे. मार्च में किसान आंदोलन में शहीद हुए करीब 700 किसानों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा श्रद्धांजलि भी दी गयी.

पीएम ने देश से मांगी माफी

प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि आजाद भारत के इतिहास में यह पहला उदाहरण है कि जब न केवल बहुमत के नाम पर पूंजीपतियों का साथ देने वाली मोदी सरकार ने न किसी कानून को वापस लिया. बल्कि 56 इंच मजबूत सरकार होने का दंभ भरने वाले प्रधानमंत्री ने अपने गलत फैसलों के लिए देश से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी. उन्होंने स्वयं कहा कि वे किसानों को अपनी बात समझाने में पूर्णतः विफल रहे हैं. स्पष्ट है कि अब जनता उनकी बात मानने को तैयार नहीं है.

कांग्रेस को मिल रहे जनसमर्थन से भाजपा और पूरी मोदी सरकार भयभीत

उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी सहित अन्य ज्वलंत समस्याओं के खिलाफ कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाये जा रहे जन-जागरण अभियान में जनता से जो जन समर्थन प्राप्त हो रहा है, वह ऐतिहासिक है. इससे भाजपा और पूरी मोदी सरकार भयभीत हैं. कहा कि लोकतंत्र में बहुमत के नाम पर जनता के खिलाफ निरंकुश व्यवहार करने की इजाजत कांग्रेस नहीं करने देगी और कांग्रेस पार्टी सकारात्मक एवं मजबूत की विपक्ष की भूमिका निभाएगी.

भाजपा को हार का भय: आलमगीर आलम

कांग्रेस विधायक दल के नेता सह मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि पिछले उपचुनावों (पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, सहित अन्य राज्यों में) में मिली करारी शिकस्त से भाजपा परेशान है. अब उसे उतर प्रदेश विधानसभा चुनाव एवं आगामी लोकसभा चुनाव में सफलता मिलने में संदेह हो रही है. यही वजह है अन्नदाता किसानों को उनके आंदोलन के दौरान आंदोलनजीवी, खालिस्तानी एवं आतंकी की संज्ञा देने वाले अहंकारी प्रधानमंत्री मोदी को झुकने को मजबूर होना पड़ा. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में रांची महानगर व ग्रामीण कांग्रेस कमेटी का सराहनीय योगदान रहा. इसे भी पढ़ें-शाम">https://lagatar.in/evening-news-diary-20-november-2021/">शाम

की न्यूज डायरी।।20 नवंबर।।चंद्रवंशी उत्कृष्ट विधायक।।स्वच्छ सर्वेक्षण में झारखंड अव्वल!।।नक्सलियों के निशाने पर रेलवे।।इमरान…सिद्धू के भाईजान।।समेत कई खबरें और वीडियो
[wpse_comments_template]  

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp