NewDelhi : कांग्रेस हरियाणा विस चुनाव से संबंधित पार्टी की शिकायतों पर केंद्रीय चुनाव आयोग दिये गये जवाब से असंतुष्ट है. पार्टी ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग ने हरियाणा चुनाव से संबंधित शिकायतों पर स्पष्टीकरण न देते हुए गोल-मोल जवाब दिये. कांग्रेस ने आयोग को अहंकारी करार दिया है. कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त को तीन पन्ने का पत्र लिखा है.
The ECI gave a non-reply to @INCIndia‘s specific complaints in 20 Vidhan Sabha constituencies in Haryana. Here is the INC’s response to this non-reply. pic.twitter.com/dX98FkbEvU
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 1, 2024
निर्वाचन आयोग ने ढुलमुल रवैया अपनाते हुए शिकायतों को रफा-दफा कर दिया
पत्र में लिखा है कि इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं कि निर्वाचन आयोग ने खुद को क्लीन चिट दी है. हरियाणा चुनाव से संबंधित शिकायतों पर आयोग के जवाब का लहजा अहंकार भरा था, जबकि हरियाणा चुनाव को लेकर हमारी शिकायतें स्पष्ट थीं. पार्टी ने आरोप लगाया है कि निर्वाचन आयोग ने हक बार की तरह ढुलमुल रवैया अपनाते हुए शिकायतों को रफा-दफा कर दिया.
पत्र पर पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक सिंघवी सहित अन्य नेताओं के हस्ताक्षर हैं.
निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को 29 अक्टूबर को खारिज कर दिया था
थोड़ा पीछे जायें तो निर्वाचन आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में अनियमितता से संबंधित कांग्रेस के आरोपों को 29 अक्टूबर को खारिज करते हुए जवाब भेजा था. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे गये पत्र में आयोग ने कहा था कि इस तरह के तुच्छ और बेबुनियाद संदेह अशांति पैदा करने की क्षमता रखते हैं, खासकर मतदान और मतगणना जैसे महत्वपूर्ण चरण में, जब राजनीतिक दलों और जनता की बेचैनी चरम पर होती है.
आयोग को भेजे जवाबी पत्र में कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की बैटरी से जुड़ी शिकायतों पर स्पष्ट जवाब देने के बजाय भ्रमित करने का प्रयास किया गया है. दावा किया कि शिकायतों और याचिकाकर्ताओं को कमतर दिखाने का प्रयास किया गया है.