Ranchi : भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्या ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले इंडी गठबंधन के नेता संविधान की किताब दिखाते हुए कहते थे कि भाजपा को 400 सीट दे दी तो वे संविधान बदल देंगे. आरक्षण खत्म कर देंगे. कांग्रेस और इंडी गठबंधन ही संविधान और आरक्षण की रक्षा करेगी. राहुल गांधी ने ऐसा कर कुछ प्रतिशत वोट हासिल कर लिया. वोट लेने के बाद जैसे ही वे अमेरिका गए, वहां उन्होंने कहा कि हम सत्ता में आ गए तो आरक्षण खत्म कर देंगे. कांग्रेस का यह दोहरा चरित्र है. वे रविवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बड़ी झूठ की मशीन है. उन्होंने अपने चरित्र से भी सिद्ध किया है.
पंडित नेहरू ने भी की थी आरक्षण खत्म करने की बात
आर्या ने कहा कि केवल राहुल गांधी आरक्षण खत्म करने की बात नहीं करते हैं बल्कि 1961 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने देश के सभी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि हम आरक्षण का पक्ष में नहीं हैं. आरक्षण से दोयम दर्जे को लोग पैदा होते हैं. पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के लिए काका कालेलकर की कमेटी पंडित नेहरू ने बनाई थी. आरक्षण देने के लिए जब रिपोर्ट आई, तब उन्होंने उसको खारिज कर दिया. इंदिरा गांधी ने मंडल आयोग बनाया, लेकिन मंडल आयोग की सिफारिश को कचरे में डाल दिया. राहुल गांधी, राजीव गांधी, इंदिरा गांधी, पंडित नेहरू यानी पूरी की पूरी कांग्रेस आरक्षण की विरोधी है. संविधान की भी विरोधी है.
झारखंड में जाति प्रमाण पत्र के लिए करना पड़ता है आंदोलन
झारखंड में जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए जिलों में आंदोलन करना पड़ता है, लेकिन झामुमो की सरकार प्रमाण पत्र नहीं बनती है. ताकत के बल पर, सरकार के संरक्षण और डरा धमकाकर अनुसूचित जाति के लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. उनकी जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है. एससी आयोग का गठन भाजपा की सरकार ने कराया था, लेकिन झामुमो की सरकार ने अब तक आयोग में नियुक्ति नहीं की है. रांची के महापौर की सीट आरक्षित हो गई, लेकिन बेईमानी करके उसे आरक्षित सीट को बदलने का काम झामुमो की सरकार ने किया है.
धर्म परिवर्तन कराने वालों के साथ खड़ी है झामुमो सरकार
आर्या ने आरोप लगाया कि झामुमो की सरकार धर्म परिवर्तन कराने वालों के साथ खड़ी है. दलितों का हक मारने वाले बांग्लादेशी घुसपैठियों के साथ भी खड़ी है. चौकीदार की बहाली में झामुमो की सरकार ने अनुसूचित जाति के आरक्षण को शून्य कर दिया है. यह समाज का एक अंग है. यह सरकार गरीब विरोधी भी है.