DHANBAD : धनबाद के धैया स्थित बैभव सिन्हा की गाड़ी में एक ऑल्टो कार द्वारा टक्कर मारने के मामले में नया मोड़ आता दिख रहा है. बैभव सिन्हा ने राजनीतिक हत्या की साजिस का अंदेशा प्रकट किया है.
कांग्रेस नेता ने अपने आवास वाइट् हाउस में समर्थको और पत्नी के साथ प्रेस वार्ता में बताया कि 15 दिसंबर सुबह लगभग 9 बजे उनकी मां डॉक्टर उर्मिला सिन्हा चालक के साथ क्लिनिक जा रही थी.
गाड़ी दरवाजे से धीरे धीरे बाहर निकल रही थी, तभी धनबाद स्टेशन की ओर से एक ऑल्टो कार तेज रफ्तार में आई और टक्कर मार दी, जिससे मां को चोट आई और गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई. कहा कि प्रति दिन मां के साथ वह क्लिनिक छोड़ने जाया करते थे, लेकिन बेटी की परीक्षा थी तो उसे स्कूल छोड़ने चले गए. इससे लगता है कि उन्हें मारने की साजिश थी.
यह बयान बैभव सिन्हा ने तब दिया है, जब एसएनएमएमसीएच अस्पताल में इलाजरत घायल ऑल्टो चालक जय प्रकाश सिंह ने सरायढेला पुलिस को दिए अपने फर्द बयान में कहा है कि धैया स्थित वाइट् हाउस से तेज गति से लाल रंग की गाड़ी निकली और उसकी गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे उसकी गाड़ी विपरीत दिशा में मुड़ गई.
इसके बाद उस वाहन से चार लोग निकले और उसके साथ मारपीट की. बयान दर्ज कराया कि बैभव सिन्हा के भाई ने उसकी गाड़ी से चाभी निकाल ली और बेटा ने कनपटी पर पिस्टल सटा दी और अंदर ले जाकर मारपीट की. उनके 14,500 रुपये सहित सोने की चेन छीन ली.
बैभव सिन्हा ने भावुक होते हुए कहा कि पहले मेरे दादा जी को मारा गया, फिर पिता पर जानलेवा हमला हुआ, अब मेरे ऊपर भी हमले हो रहे हैं. कहा कि ऑल्टो चालक ने मेरे भाई, मेरे बेटे पर मारपीट का आरोप लगाया है, जबकि मेरा कोई बेटा नहीं है. भाई डॉक्टर है, जो यहां नहीं रहता है.
कहा कि मैं तो घटना के समय नहीं था, लेकिन घर में जो भी लोग थे, उसे सुरक्षित रखे हुए थे, ताकि उसे पुलिस के हवाले किया जाए. लेकिन उसने भागने की कोशिश की.15 फीट की दीवार लांघ कर हर्ष सिंह की बॉउंड्री में चला गया. उधर से वह घायल अवस्था में बाहर आया था. कहा कि पुलिस सीसीटीवी से जांच कर ले. मीडिया को भी सीसीटीवी फुटेज दिखाया और मुहैया कराया.