की संविधान बचाओ रैली: अलका लांबा ने कहा – तानाशाह सरकार को झुकना पड़ा
खरगे भी ओछी राजनीति का हिस्सा बन रहे
बाबूलाल ने कहा कि खरगे वरिष्ठ और सम्माननीय नेता हैं. लेकिन जब वे भी कांग्रेस की इस ओछी राजनीति का हिस्सा बन रहे हैं, तो उन्हें यह साबित करना होगा कि आख़िर उन्होंने यह ख़बर किस अख़बार में पढ़ी और किन ‘सूत्रों’ की बात कर रहे हैं. अगर वे इसे साबित नहीं कर सकते, तो उन्हें केंद्र सरकार और देश की जनता से अपनी इस शर्मनाक बयानबाज़ी के लिए माफी मांगनी होगी. पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऐसे समय में जब पूरी दुनिया व्यथित है, तब खरगे जी का गैर जिम्मेदाराना बयान सेना और सुरक्षा एजेंसियों का मनोबल तोड़ने और एक तरह से पाकिस्तान को मदद करने वाला प्रयास कहा जायेगा. कांग्रेस के नेताओं से एक नम्र निवेदन है कि वे अल जजीरा पढ़ना छोड़ दें.केंद्र सरकार पर अनर्गल और आधारहीन आरोप लगाए
रांची में कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ रैली’ में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर अनर्गल और आधारहीन आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को तीन दिन पहले से हमले की जानकारी थी और उन्हें इंटेलिजेंस रिपोर्ट पहले ही मिल गई थी. शायद कांग्रेस के समय में सिस्टम ऐसे ही काम करता होगा तभी ऐसी घटनायें आम थीं. जब देश में कांग्रेस की सरकार थी तो दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बैंग्लुरू, वाराणसी समेत पूरा देश सीरियल बम धमाकों से सिहर उठता था.सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक पराक्रम का साक्षात उदाहरण
26/11 जैसे हमलों को अंजाम देकर आतंकी खुलेआम मौत का नंगा नाच करते थे. यहां तक कि कांग्रेस की सरकार में पाकिस्तानी हमारे सैनिकों का सिर काटकर ले जाते थे. लेकिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं, पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर मार रहे है. सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सेना के शौर्य और पराक्रम का साक्षात उदाहरण हैं. इसे भी पढ़ें -राज्यपाल">https://lagatar.in/representatives-of-kharia-mahadoklo-community-met-the-governor/">राज्यपालसे मिले खड़िया महाडोकलो समाज के प्रतिनिधि
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