NewDelhi : दिल्ली में नौ साल की बच्ची के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है. लोकसभा भी अछूती न रही. आज गुरुवार को लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस मुद्दे को उठाया, कहा कि इस पर सदन में निंदा प्रस्ताव पारित होना चाहिए. इसका जवाब संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल ने दिया. श्री मेघवाल ने कांग्रेस पर हल्ला बोलते हुए आरोप लगाया कि मुख्य विपक्षी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बच्ची के माता-पिता की तस्वीर सोशल मीडिया में साझा कर बाल संरक्षण से जुड़े कानून का उल्लंघन किया है. कहा कि इसकी निंदा की जानी चाहिए.
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अधीर रंजन चौधरी ने प्रश्नकाल में दुष्कर्म का मुद्दा उठाने का प्रयास किया
जान लें कि अधीर रंजन चौधरी ने प्रश्नकाल के दौरान दुष्कर्म के मुद्दे को उठाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दीगयी. एक बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे फिर आरंभ हुई. चौधरी ने पुन: यह मुद्दा उठाते हुए कहा, दिल्ली में नौ साल की दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म एवं हत्या की जघन्य घटना हुई है. बच्ची का जबरन अंतिम संस्कार कर दिया गया. कहा कि सदन में इस पर निंदा प्रस्ताव पारित होना चाहिए.
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चौधरी जी, राजस्थान में बलात्कार के मामलों पर क्यों नहीं बोल रहे?
इस पर मंभी मेघवाल ने कहा, चौधरी जी, राजस्थान में बलात्कार के मामलों पर क्यों नहीं बोल रहे? इनके नेता राहुल गांधी जब बच्ची के माता-पिता से मिलने गये तो बाल संरक्षण कानून की धज्जियां उड़ाईं. उनकी तस्वीर शेयर की. कानून के विपरीत काम किया. इसकी निंदा होनी चाहिए. बता दें कि राहुल गांधी ने बुधवार को यहां बच्ची के माता-पिता से मुलाकात कर पूरी मदद का भरोसा दिलाया, जिसकी पिछले दिनों संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी थी. बच्ची के परिवार ने उसकी दुष्कर्म के बाद हत्या किये जाने का आरोप लगाया है.
राहुल गांधी ने बच्ची के माता-पिता से मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया था, माता-पिता के आंसू सिर्फ़ एक बात कह रहे हैं- उनकी बेटी, देश की बेटी न्याय की हक़दार है. और न्याय के लिए इस रास्ते पर मैं उनके साथ हूं. बता दें कि राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल से इस तस्वीर को साझा करने को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने दिल्ली पुलिस और ट्विटर से कार्रवाई करने के लिए कहा है.
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