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कांग्रेस ने कहा, मोदी के दोस्त ट्रंप ने H-1B वीजा की फीस बढ़ा दी, भारत का पीएम कमजोर है

New Delhi : अमेरिका के राष्ट्रपति  ट्रंप द्वारा H-1B वीजा की सालाना फीस एक लाख डॉलर (88 लाख रुपये) कर दिये जाने की भारत में खूब चर्चा है. भारत के IT प्रोफेशनल्स की नौकरियां खतरे में पड़ गयी हैं. ट्रंप के फैसले को लेकर कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी पर हमलावर हो गयी है.

 I repeat, India has a weak PM. https://t.co/N0EuIxQ1XG pic.twitter.com/AEu6QzPfYH

 

 

 

राहुल गांधी ने कहा,  मैं दोहराता हूं कि भारत का पीएम कमज़ोर है. कांग्रेस ने तंज कसते हुए एक्स पर पोस्ट किया, पीएम मोदी के दोस्त ट्रंप ने H-1B वीजा की फीस बढ़ा दी है. पूर्व में H-1B वीजा की फीस बहुत कम यानी  6 लाख रुपए थी, जो अब बढ़कर 88 लाख रुपए हो गयी है. 

 


कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ट्रंप के फैसले का सर्वाधिक नुकसान भारत को होगा. लिखा कि भारतीयों के लिए अमेरिका में नौकरी के मौके कम होंगे. अमेरिका से भारत कम पैसे भारत आयेंगे. भारतीय    IT प्रोफेशनल्स की नौकरियां खतरे में पड़ गयी है. कांग्रेस ने खतरे को गंभीर करार देते हुए देश की बड़ी IT कंपनियां द्वारा पहले से ही की जा रही छंटनी की ओर इशारा किया. 

 

कांग्रेस के असम सांसद गौरव गोगोई ने लिखा कि एच1-बी वीज़ा पर हालिया फ़ैसले से अमेरिकी सरकार ने भारत के प्रतिभाशाली लोगों के भविष्य को प्रभावित किया है. गोगोई ने प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया कि उनकी चुप्पी राष्ट्रीय हित के लिए एक बोझ बन गयी है.

 


कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने लिखा, आठ साल बाद राहुल गांधी फिर से निर्दोष साबित हुए हैं. पवन खेड़ा ने  2017 में राहुल गांधी के एक पोस्ट को मीडिया रिपोर्टों के साथ टैग किया, इन रिपोर्टों में कहा गया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी की बातचीत में एच1बी वीज़ा का मुद्दा नहीं उठाया गया था.

 

खेड़ा ने लिखा कि  राहुल गांधी द्वारा 2017 में इस मुद्दे को उठाया गया था. पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री मोदी पर हल्ला बोलते हुए कहा,    भारत अभी भी एक कमजोर प्रधानमंत्री के अधीन है. 

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